Wednesday 17 August 2016

खेतिहर भूमिहीनों को 5 एकड़ जमीन खेती करने के लिए दी जाये


जिला प्रशासन समस्याओं का आकलन करें। गंगा नदी का पानी पूरब-पश्चिम और दक्षिण तरफ से घुसा है। घुसने वाले स्थानों पर मिट्टी भरने के बाद पत्थर लगाकर सुरक्षा तटबंध तैयार करें। 24 घंटे आवाजाही करने के लिए पीपी पुल निर्माण हो। इस क्षेत्र में मिट्टी की भराई हो। इंदिरा आवास योजना से मकान निर्माण कराया जाये। नाली और रास्ता निर्माण किया जाये।सभी खेतिहर भूमिहीनों को 5 एकड़ जमीन खेती करने के लिए दी जाये। मालगुलजारी खेती करने वालों को बाढ़ से नुकसान होने पर मुआवजा दिया जाये। 



पटना। पूर्व मध्य रेलवे परियोजना से विस्थापित हैं दीघा बिन्द टोली में रहने वाले बिन्द समुदाय।महागठबंधन की सरकार ने विस्थापित परिवारों को कुर्जी दियारा क्षेत्र में पुनर्वास कर दिया। वह भी ऐसी जगह में बिन्द समुदाय के लोगों को पुनर्वास किया गया, जहाँ पर गंगा नदी का कीड़ा करने का अधिकार क्षेत्र है। रामलगन महतो कहते हैं कि हमलोग पुनर्वासकाल में ही विरोध कर रहे थे कि इस क्षेत्र में जिला प्रशासन मामूली भराई करके लोगों को पुनर्वासित करने पर अमादा हैं। इसका समर्थन जनप्रतिनिधि संजीव चौरसिया (एमएलए) ने भी किया था। दिया गया।विस्थापित परिवारों के साथ-साथ विधायक जी ने भी कम से कम 8 फीट मिट्टी भराई करने का आग्रह किया था। जिसे जिला प्रशासन ने ठुकरा दिये। गंगा नदी की कोख में पुनर्वास करने का यह नतीजा सामने है कि न्यू बिन्द टोली,कुर्जी में बाढ़ की गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गयी है।इसको लेकर लोगों में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है।

आई0टी0आई0 में निर्मित बाढ़ शिविर का वहिष्कार कर दियेः कार्यालय अंचल अधिकारी,पटना सदर द्वारा ज्ञापांक 5381 दिनांक 13/8/16 के माध्यम से मेसस न्यू भारतीय शमियाना टेन्ट कॉन्टेक्टर, पत्थर की मजिस्द,पटना को बाढ़ की स्थिति में टेन्ट/शमियाना आदि की व्यवस्था करने के संबंध में सरकारी आदेश निर्गत किया है। निदेशानुसार बाढ़ की स्थिति में प्रभावित परिवारों को शिविर लगाकर राहत उपलब्ध कराना है। राहत शिविर में लाईट/टेन्ट/शमियाना की आवश्यकता पड़ सकती है। अतः आपको निदेश दिया जाता है, कि बाढ़ आने पर स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त मात्रा में टेन्ट/शमियाना/जेनरेटर एवं लगभग चार हजार आदमी के लिए भोजन/नास्ता शिविर में उपलब्ध कराने हेतु आवश्यक सामग्री एवं मजदूर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कर ले ताकि आवश्यक पड़ने पर आपकी सेवा ली जा सके। संपूर्ण कार्य का भुगतान जिला स्तरीय क्रय समिति के द्वारा निर्धारित दर पर किया जायेगा।

जहां पर हमलोग रहते हैं वहीं पर भोजन निर्माण होः न्यू बिन्द टोली की बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि जिला प्रशासन ने ठगा है। हमलोगों को प्रत्येक साल उत्पन्न गंगा नदी की कोख में ढकेल दिया है। मालगुलजारी में खेती करने वाले और बच्चों की जिन्दगी खराब होने लगी है। बाढ़ से खेती और स्कूल बंद हो जाता है। यहां के आंगनबाड़ी केन्द्र की सहायक और सेविका ,उप स्वास्थ्य केन्द्र एएनएम दीदी और स्कूल के शिक्षक आवाजाही बंद कर देते हैं। इससे नाराज होकर बाढ़ शिविर में नहीं जा रहे हैं। फिलवक्त निर्मित फोललाइन की ऊंची स्थान पर रह रहे हैं। शिविर का भोजन भी नहीं ले रहे हैं। उनका कहना है कि जहां पर हमलोग रहते हैं वहीं पर भोजन निर्माण हो। अब भोजन बनना शुरू हो गया।

जिला प्रशासन समस्याओं का आकलन कर समाधान करेंः दीघा थाने के सामने से विस्थापित 19 परिवारों को मिलाकर न्यू बिन्द टोली में 186 परिवार रहते हैं। इन लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन समस्याओं का आकलन करें। गंगा नदी का पानी पूरब-पश्चिम और दक्षिण तरफ से घुसा है। घुसने वाले स्थानों पर मिट्टी भरने के बाद पत्थर लगाकर सुरक्षा तटबंध तैयार करें। 24 घंटे आवाजाही करने के लिए पीपी पुल निर्माण हो। इस क्षेत्र में मिट्टी की भराई हो। इंदिरा आवास योजना से मकान निर्माण कराया जाये। नाली और रास्ता निर्माण किया जाये।सभी खेतिहर भूमिहीनों को 5 एकड़ जमीन खेती करने के लिए दी जाये। मालगुलजारी खेती करने वालों को बाढ़ से नुकसान होने पर मुआवजा दिया जाये। 


आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना। 


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