Sunday 21 August 2016

गंगा के बढ़ते जलस्तर के परिप्रेक्ष्य में उच्च स्तरीय बैठक

पटना।गंगा के बढ़ते जलस्तर के परिप्रेक्ष्य में आज दिनांक-20.08.2016 को मुख्य सचिव, बिहार की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई गयी। बैठक में आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव व्यास जी, जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव अरूण कुमार, नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव चौतन्य प्रसाद, पटना नगर निगम के आयुक्त अभिषेक सिंह, जिला पदाधिकारी, पटना संजय अग्रवाल एवं अन्य पदाधिकारी शामिल हुए।

गंगा के बढ़ते हुए जल स्तर से गंगा किनारे अवस्थित सभी जिले कमोबेश प्रभावित हुए हैं। लेकिन सबसे ज्यादा प्रभाव पटना एवं वैशाली के दियारा क्षेत्र पर पड़ा है। इसके अलावा भोजपुर, बेगूसराय, मंुगेर एवं भागलपुर के दियारा क्षेत्र भी प्रभावित हुए हैं। गंगा का जलस्तर अगले पाँच दिनों तक बढ़ने की आशंका केन्द्रीय एजेंसियों ने बतायी है। अतएव बैठक में निर्णय लिया गया है कि दियारा क्षेत्रों के बाढ़ प्रभावितों को वहां से निकाल कर सुरक्षित स्थान पर लाया जाय तथा बडे पैमाने पर राहत कैम्पों का संचालन किया जाय। कैम्पों में मानक संचालन प्रक्रियानुसार पका भोजन, पानी, शौचालय, चिकित्सा, सफाई आदि की पर्याप्त व्यवस्था की जाय।

सर्वाधिक प्रभावित पटना एवं वैशाली के दियारा क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्याे में तेजी लाने का निर्णय लिया गया। तद्नुसार पटना में एन0डी0आर0एफ0 की पांच टीमे तथा वैशाली में एन0डी0आर0एफ0 दो टीमे तैनात की गई है। इसके अतिरिक्त सरकारी देशी नावें भी लगायी गई हैं। 

निर्णय लिया गया की जो लोग अभी भी निकलना नही चाहते है तथा दियारे में ही सुरक्षित स्थान पर शरण लिए हुए हैं उनतक सूखा राशन पैकेट पहुंचाया जाय तथा जो लोग राहत कैम्पों में आना चाहते है उन्हे एन0डी0आर0एफ0 की मदद से निकालकर राहत कैम्पों में लाया जाय।

राहत एवं बचाव कार्याे के लिए एन0डी0आर0एफ0 की पांच अतिरिक्त टीमें केन्द्र सरकार से मांगी गई हैं। संभावना है कि ये टीमें आज रात तक एयर फोर्स के विशेष विमान से पटना पहुंच जायेंगी। इन्हें भी पटना जिला में राहत एवं बचाव कार्याे में लगाने का निर्णय लिया गया। साथ ही गोरखपुर स्थित एयर फोर्स को तैयार रहने का अनुरोध किया गया है ताकि आवश्यकता पड़ने पर दियारा क्षेत्रों में फुड पैकेट का एयर ड्रापिंग कराया जा सके। इसके अलावा सेना को भी तैयार रहने का अनुरोध किया गया है ताकि जरूरत पड़ने पर इन्हें भी राहत एवं बचाव कार्याे में लगाया जा सके। 

पटना शहर में पानी के प्रवेश को रोकने के लिए पटना नगर निगम को यह निदेश दिया गया कि पानी के सभी आउट लेट जो शहर के पानी को गंगा में प्रवाहित करने के लिए बनाये गए है, उन्हें आज ही सील करा दे, ताकि गंगा का पानी शहर में प्रवेश नही कर सके। 

एहतियात के रूप में गंगा किनारे बसे हुए निचले इलाके के लोगों को ऊंचे स्थानों पर चले जाने के लिए सतर्क कर दिया गया है ताकि पटना शहर के निचले इलाके में यदि पानी फैलता है तो वे सुरक्षित रह सकंे। इस संबंध में ऊंचे स्थानों पर राहत केन्द्रों को भी चिन्हित किया जा रहा है ताकि आवश्यकतानुसार शहर के निचले इलाके में रहने वाले लोगों को राहत केन्द्रो पर ले जाया जा सके। दियारा वासियों से यह अपील की गई है कि एन0डी0आर0एफ0 तथा सरकारी नावों की मद्द से निकलकर प्रशासन द्वारा संचालित राहत केन्द्र एवं अन्य सुरक्षित स्थानों पर चले जायें।

आलोक कुमार

मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।




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