Thursday 23 February 2017

महादलित मुसहर समुदाय परेशान



पटना। पटना नगर निगम के वार्ड नम्बर-19 में है यारपुर अम्बेदकर कॉलोनी। महादलित मुसहर समुदाय के लोग रहते हैं। एकदम गंदगीपूर्ण माहौल है। जलनिकासी की व्यवस्था नहीं है। एक जगह जमा रहता है। इसी में नाला गिरता है। घर के कूड़ों को भी फेंका जाता है। एकदम सटसट कर घर रहने के कारण यक्ष्मा रोग का प्रभाव अधिक है। कई लोग परलोक सिधार चुके हैं। इसके आलोक में सुशासन बाबू के राज में मकान बनना शुरू हुआ है। बिहार शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम लि0 बुडको द्वारा राजीव आवास योजनान्तर्गत मलिन बस्ती के लोगों के लिए आवास निर्माण कार्य हो रहा है। इस यारपुर अम्बेदकर कॉलोनी,पटना में 439 मकान बन रहा है। इसकी अनुमानित लागत 1602.29 लाख है।

मकान का सपना देखने वाले महादलित मुसहर समुदाय का कहना है कि हमलोग परेशान हैं। मौसम के अनुसार गर्मी, बरसात और ठंडा से जूझना पड़ता है। जल्द से जल्द मकान निर्माण नहीं हो रहा है। इसके कारण खुले आकाश के नीचे रहने को बाध्य हैं। यहां के लोगों का कहना है कि कार्य मंथरगति से जारी है। सप्ताह में एक दिन ही कार्य हो रहा है। आप सोच सकते हैं कि इस रफ्तार से कब मकान निर्माण होगा। हमलोग 1000 की संख्या में हैं और मकान सिर्फ 439 ही बन रहा है। इसको लेकर मारपीट स्वाभाविक है।

इसी तरह का हाल दीघा मुसहरी का भी है। अधूरा मकान बना है। पटना नगर निगम द्वारा राशि विमुक्त ही नहीं हो रहा है। यहां पर प्रत्येक परिवार को पौने तीन लाख रू0 मिला है। इनको तीन किस्त में मिलना है। एक ही किस्त देकर बंद कर दिया गया है। इसको लेकर लोग दिक्कत महसूस कर रहे हैं। साड़ी और प्लास्टिक तानकर रहने को बाध्य हैं। यहां के लोगों का कहना है कि घर हथियाने का अभियान चल रहा है। एक व्यक्ति ने 5 घर हथिया लिया है। अनुसूचित जाति का नहीं रहने के कारण भी मुसहर जाति का प्रमाण-पत्र बनाकर मजा लुट रहा है। कुर्जी में बैठने वाले पटना अंचल के कर्मचारी को मोटी रकम चटाकर वंशावली तैयार किया जा रहा है। इस ओर ठोस कदम उठाने की जरूरत है। ऐसे लोगों को अधिकारियों को चाहिए लगाम लगाने के लिए।

आलोक कुमार


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