Friday 28 April 2017

लगे हैं 5 खर्च करके 80 गुना पाने के चक्कर में


10 की संख्या में 1 ही संख्या से किस्मत बनाने की कवायत

लोकल पीएस से ही गड़बड़ी शुरू

पटना। संकल्प विकास का निश्चय सरकार का। इसको लेकर सरकार और लोग परेशान हैं। खासकर आर्थिक तंगी से जार-जार होने वाले युवा आर्थिक हल,युवाओं को बल की दिशा में शामिल हो गए हैं। जिस धंधे में लगे हैं उसमें सरकारी सहमति नहीं है। शराब, स्मैक, गांजा, गेंसिग आदि अवैध धंधे में शामिल हैं। 

राजधानी पटना में आलाधिकारियों के कार्यालय और आवासः आलाधिकारियों का कार्यालय और आवास है। दोनों जगह साहब कार्य करते हैं। काफी व्यस्त दिखायी देते हैं। इनके ही जिम्मे हैं अवैध धंधों पर ब्रेक लगाना और अपराधी किस्म के लोगों को हवालात पहुंचाना। ताजुब्ब है कि इनके खुफियातंत्र रहते सदाबहार ढंग से गेंसिग सेंटर संचालित होना। आजतक एक साथ सर्जिकल स्ट्राइक गेंसिग सेंटर पर होते और न सुनने का मौका ही मिला। लिखने में हर्ज नहीं है कि नाकामयाब हैं आलाधिकारी। हां जी थाने के थानाध्यक्ष से लेकर पटना के जिलाधिकारी महोदय के सशरीर रहते राजधानी में गेंसिग सेंटर संचालित है। इनका खुफियातंत्र भी अपने आका को जानकारी देने में अक्षम है। यह तो आम आदमी जानता है और प्रत्यक्षदर्शी बनता है कि दीघा थानान्तर्गत बांसकोठी मंदिर के पास, दीघा थाना क्षेत्र के कुर्जी मस्जिद गली और गंगा किनारे। बुद्धा कॉलोनी थानान्तर्गत मंदिरी में और मीठापुर क्षेत्र में गेंसिग सेंटर संचालित है। 

शॉटकट में नाम और नम्बर लिखना लिखना पड़ता हैः गेंसिग सेंटर युवाओं के हाथ में है। युवाओं के हाथ में गेंसिग सेंटर रहने के कारण युवागण ही जुड़े हैं। संचालित करना और गेंसिग करने में सक्षम हैं युवागण। सामने से देखने में लगता है गोपनीय मगर खुलेआम संचालित है। आपको एक कागज दिया जाएगा। इसमें शॉटकट में नाम और नम्बर लिखना है। डिलेक्स (डीएक्स), नून(एन) और हीरा(एचआर)। डीएक्स, एन और एचआर पर ही अधिकांश लोग बाजी लगाते हैं। ऐसे तो डीएक्स, डीसी और डीवाई पर भी हाथ अजमाते हैं।  जब आप नाम लिख दिये। तब आपको 10 नम्बर में से 1 नम्बर लिखना पड़ता है। इस कागज पर आप देख सकते हैं कि डीएक्स पर 7, एन पर 4 और एचआर पर 3 नम्बर अंकित हैं। उसी तरह डीएक्स पर 7, डीसी पर 7 और डीवाई पर 7 अंकित है। इसका मतलब है कि गेंसिगबाज की लकी नम्बर है और उसने गेंस किया है। 

गेंसिग में 5 खर्च करने पर 80 गुना लाभः जब आप शॉटकट नाम और नम्बर लिख दिये हैं तब रकम भी लिखना पड़ता है। इसने 1 नम्बर पर 10 रू. खर्च किया है। गेंसिग लिखित नम्बर में से 2 नम्बर डॉ निकालने पर मिल जाता है तब जाकर आपको 80 गुना फायदा दिया जाएगा। इसका मतलब 10 रू. में 800 रू. मिलेगा। 30 रू. खर्च करने के बाद 3 नम्बर गेंस हो जाता है तो आपको 12 सौ रू. मिलेगा। सही और सहज तरीके से समझे कि 5 रू. खर्च करने पर 400 रू., 10 रू. खर्च करने पर 800 रू. और 30 रू.खर्च करने पर 12 सौ रू. प्राप्त होगा। बर्सेते की नम्बर गेंस हो जाये। 

कई परिवार बर्बादी के शिखर परः गोरखधंधा करने वालों के पास 10 नम्बर है। गेंसिग खेलने वालों के पास 1 ही नम्बर है। इसी एक नम्बर के सहारे जीत अथवा हार है। इसी लोभ में कई परिवार बर्बादी के शिखर पर पहुंच गये हैं। इसके आलोक में सरकार गेंसिग और 1 नम्बरी लॉटरी पर पाबंदी लगा रखी है। बाहर के राज्य में लॉटरी खेल जारी है। उसी लॉटरी के खेल से एक नम्बरी खेल को जारी रखा गया है। इसका नाम डिलेक्स (डीएक्स), नून(एन) और हीरा(एचआर)। डीएक्स, एन और एचआर है। इसके घोषित नम्बर से गेंसिग वाले एक घंटे के अन्तराल पर डॉ निकालते हैं। सब कुछ मोबाइल के सहारे होता है। जो अगले दिन अखबार में विज्ञापन निकलता है। 

आलोक कुमार

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