Thursday 10 February 2022

जब बांग्लादेश के कार्डिनल पैट्रिक डि‘रोसारियो यकायक बरुईपुर स्थित बिशप हाउस आ धमके

 
बरूई. बांग्लादेश के महामहिम कार्डिनल पैट्रिक डि‘रोसारियो सी.एस.सी. बरुईपुर स्थित बिशप हाउस में सुबह सुबह 09ः 30 बजे आ गये.बरुईपुर धर्मप्रांत के बिशप  माननीय धर्मपाल श्यामल बोस ने कार्डिनल पैट्रिक को पुष्पांजलि देकर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया.मौके पर बिशप हाउस में उपस्थित सभी पुरोहितो और अन्य लोगों से कार्डिनल पैट्रिक से परिचय कराया गया.

 कार्डिनल पैट्रिक बंगाल के पास अपने रिश्तेदारों से मिलने आए थे. इसका उपयोग कर बिशप के घर भी आ गये. कहा गया यह कार्डिनल का शिष्टाचार साक्षात्कार था. इस अवसर पर उन्होंने पवित्र जल से उपस्थित लोगों को आशीर्वाद दिया.वहीं उपस्थित सभी लोगों के साथ खुलकर बातचीत किये. वार्तालाप से लोग बहुत जीवंत महसूस कर रहे थे. कार्डिनल ने बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति पर, चर्च के आंकड़ा़े पर, ईसाई धर्म पर, पुरोहितों के द्वारा पूछे गये विभिन्न सवालों का खुलकर जवाब दिया. एक निजी बातचीत के बीच, उन्होंने एक धर्मसभा (सिनोडल ) चर्च बनाने के पोप के विचार की एक सुंदर व्याख्या की.                                                                                   


यहां के लोगों का कहना है कि हमलोग बहुत भाग्यशाली हैं कि आज उनसे मिल ने का अवसर मिला.कुछ लोगं 2019 में रेडियो वेरितास एशिया की जयंती के अवसर पर बांग्लादेश गया था. पहली मुलाकात  जेंटलमैन कार्डिनल से हुई थी.हमलोग उनसे मिलना चाहते थे. भगवान ने वह इच्छा पूरी कर दी.चांदडोना रोसारियो ने कहा कि मैंने नहीं सोचा था कि ऐसे घर के माहौल में मैं उनके करीब रहूंगी. उसने देखते ही पहचान लिया. खूंटी नाटी ने मुझे बहुत सी सामान्य बातें याद दिला दीं. उनकी असाधारण स्मृति को देखकर मैं अभिभूत हो गया. हम उसे मन से सुन रहे थे. कभी-कभी चुटकुले भी हो जाते थे. यह इतने बड़े आकार के व्यक्ति का एक अनूठा उदाहरण है, जो अपने ज्ञान और अनुभव के भंडार से भरा हुआ है, लेकिन क्या एक कालातीत, सरल, शांत, सौम्य अभिव्यक्ति है.




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