मुजफ्फरपुर. जिला पदाधिकारी, मुजफ्फरपुर प्रणव कुमार द्वारा संभावित बाढ़ से निपटने के लिए एवं त्रुटिरहित बाढ़ पूर्व तैयारी सुनिश्चित करने के लिए आज अपने कार्यालय कक्ष में समीक्षात्मक बैठक की गई. उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर जिला के विभिन्न क्षेत्रों में बाढ़ आने पर तथा शहरी क्षेत्रों में जल जमाव होने पर गंभीर स्थिति उत्पन्न होने की संभावना रहती है.उन्होंने सभी पदाधिकारियों को आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा निर्गत ’मानक संचालन प्रक्रिया’ का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.
डीएम श्री कुमार ने कहा है कि संभावित आसन्न आपदाओं की शीघ्र चेतावनी और उनका प्रभावी प्रचार-प्रसार सफल आपदा प्रबंधन के मुख्य घटक हैं. त्रुटि-रहित आपदा प्रबंधन के लिए अन्तर्विभागीय समन्वय, सतर्कता एवं सजग रहने की आवश्यकता है.इस बैठक में डीएम प्रणव कुमार के द्वारा संभावित बाढ़ एवं जल-जमाव से निपटने के लिए विभिन्न विभागों की तैयारियों की समीक्षा की गई.
डीएम प्रणव कुमार ने स्वास्थ्य विभाग को मानव दवा की उपलब्धता, बोट एम्बुलेंस एवं चलंत मेडिकल टीम की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा.स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया गया कि बाढ़ आने की स्थिति में भिन्न-भिन्न तरह के जल-जनित बीमारियों से बचाव के लिए दवाइयाँ उपलब्ध हैं.जिलाधिकारी ने सांप काटने से इलाज के लिए दवा, हेलोजेन टैबलेट, क्लोरीन टैबलेट, ओआरएस एवं ब्लीचिंग पाउडर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रखने का निर्देश दिया.डीएम प्रणव कुमार ने जिला पशुपालन पदाधिकारी को पशु दवा एवं पशु चारा की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.
डीएम प्रणव कुमार ने सभी अंचलाधिकारियों तथा अनुमंडल पदाधिकारियों को संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों एवं संकटग्रस्त व्यक्ति समूहों की सूची तैयार कर शीघ्र ही आपदा सम्पूर्ति पोर्टल पर अपलोड करने तथा नजरी-नक्शा तैयार करने का निर्देश दिया ताकि बाढ़ प्रभावित परिवार के खाते में पीएफएमएस प्रणाली के माध्यम से सीधा भुगतान हो सके.उन्होंने सभी अंचलाधिकारियों एवं अनुमंडल अधिकारियों को पंचायतों, प्रखंडों तथा ग्राम स्तर पर उपलब्ध सभी संसाधनों की सूची तैयार कर ऑनलाईन रिपोर्टिंग पोर्टल पर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. उन्होंने नाव की उपलब्धता एवं नाविकों की पहचान, पॉलिथीन शीट्स, लाईफ जैकेट्स सहित सभी संसाधनों का भौतिक सत्यापन करने का निर्देश दिया. उन्होंने निजी नावों का अधिग्रहण, एकरारनामा, निबंधन एवं नाविकों की सूची मोबाइल नम्बर के साथ उपलब्ध कराने को कहा. उन्होंने गोताखोरों की सूची को अद्यतन करने का निर्देश दिया. उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारियों को इसका सत्यापन करने को कहा.
उन्होंने एक सुदृढ़ एवं सार्थक संचार योजना निर्माण करने का निर्देश दिया. इसमें राहत दल, खोज बचाव दल, प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों/कर्मियों, पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों का नाम, दूरभाष/मोबाइल नम्बर शामिल रहना चाहिए.सभी अंचलाधिकारियों एवं अनुमंडल पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि संभावित शरण स्थलों की सूची तुरंत उपलब्ध करावे.तटबंधों एवं अन्य बांधों की मरम्मति एवं सुदृढ़ीकरण का निर्धारित अवधि तक पूर्ण कर लेने का निर्देश दिया.
आलोक कुमार
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