Saturday 12 November 2022

मौलाना अबुल कलाम आजाद स्वतंत्रता के बाद 12 वर्षों तक देश के शिक्षा मंत्री रहे

  

पटना.भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की 134 वीं जयंती आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में मनाई गई.

इस अवसर पर बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने कहा कि स्वतंत्रता आन्दोलन में मौलाना अबुल कलाम आजाद ने पंडित नेहरू के साथ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष किया. मौलाना अबुल कलाम आजाद स्वतंत्रता के बाद 12 वर्षों तक देश के शिक्षा मंत्री रहे. मौलाना अबुल कलाम आजाद ने देश में नई शिक्षा नीति की आधारशिला रखी. वे देश में साम्प्रदायिक सौहार्द के प्रबल समर्थक थे.आज कृतज्ञ राष्ट्र मौलाना अबुल कलाम आजाद के योगदान को स्मरण कर उनकी स्मृति को बार-बार नमन करती है. इसके पूर्व पार्टी के नेताओं के द्वारा मौलाना अबुल कलाम आजाद के तैल चित्र पर माल्यार्पण किया गया.

इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी, मीडिया विभाग के अध्यक्ष राजेश राठौड़, सदस्यता प्रभारी ब्रजेश प्रसाद मुनन, कुमार आशीष, असित नाथ तिवारी, ज्ञान रंजन, लाल बाबु लाल  अरविन्द लाल रजक, डॉ कमलदेव नारायण शुक्ला, शशिकांत तिवारी, सुधा मिश्रा, सुनील कुमार सिंह,  निधि पाण्डेय, प्रदुमन कुमार, मृणाल अनामय, मृगेंद्र कुमार सिंह,मंजीत आनंद साहू, उदय शंकर पटेल,  मिहिर कुमार झा, विमलेश तिवारी, निरंजन कुमार,  राजीव कुमार बबलू, बद्री कुमार झा ने भी मौलाना अबुल कलाम आजद के चित्र पर माल्यापर्ण कर श्रद्धांजलि अर्पित किये.


आलोक कुमार

No comments: