Wednesday 8 October 2014

पत्रकार विनायक विजेता ने माननीय पटना उच्च न्यायालय में जनहित याचिक दायर

दो दिनों में 67 लोगों ने जांच कमिटी के सामने सच्चाई रखे


पटना। दशहरा के दिन प्रशासनिक लापरवाही की भगदड़ में 33 लोगों की जान चली गयी। मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने जांच कमिटी गठित कर दी। गृह सचिव आमिर सुबहानी और एडीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय जांच अधिकारी हैं। पटना के निवर्तमान जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा और वरीय आरक्षी अधीक्षक मनु महाराज से तहकीकात किए। इसके बाद सरकार ने पटना प्रमंडल के आयुक्त, पटना के जिलाधिकारी,वरीय आरक्षी अधीक्षक आदि को तबादला कर दिया। इस बीच जांच कमिटी ने चश्मदी गवाहों से 7 और 8 अक्तूबर को समाहरणालय में वस्तुस्थिति की जानकारी प्राप्त किए। इन दो दिनों में 67 लोगों ने जांच कमिटी के सामने सच्चाई रखे।

मानवाधिकार आयोग ने स्वतः संज्ञान लियाः राज्य मानवाधिकार आयोग ने स्वतः संज्ञान लेकर मुख्य सचिव से मांग की है कि 10 दिनों के अंदर गांधी मैदान की भगदड़ के बारे में व्यापक रिपोर्ट पेश करें। वहीं पत्रकार विनायक विजेता ने माननीय पटना उच्च न्यायालय में जनहित याचिक दायर किया है। इसे माननीय न्यायालय ने स्वीकार कर लिया है। पत्रकार के अधिवक्ता सुनील कुमार हैं। 

इस बार महाछठ के अवसर पर कोई चूक नहीं होने देगा!: महापर्व छठ के अवसर पर 2012 में 20 से अधिक लोगों की मौत हो गयी। भावी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आम सभा के अवसर पर 2013 में बम विस्फोट कर दी गयी। इसमें 80 लोग घायल हो गए। अब रावण वध देखने और मेला का लुफ्त उठाने आने वाले 33 लोगों की मौत हो गयी। सैकड़ों लोग घायल हो गए। मेला देखने वालों के मुहल्लों में मातम पसर गया। इसके आलोक में आज पटना प्रमंडल के आयुक्त नर्मदेश्वर लाल, पटना के जिलाधिकारी अमर कुमार सिंह आदि गंगा किनारे जाकर विभिन्न घाटों का मुआयना किए। इसके बाद कहा कि बेहतर ढंग से प्लान तैयार करेंगे। कोई हादसा होने का मौका नहीं देंगे। हम चाहते हैं कि इसमें प्रशासन सफल हो जाए।

गंदगी का आलम व्याप्त हैः गंगा किनारे दौरा करने से जानकारी मिली है। घाटों पर गंदगी का राज है। संत माइकल हाई स्कूल के पीछे पर्व व्रतियों को जाने लायक मार्ग बनाया जा रहा था। गंदे पानी बहने देने के लिए भूगर्भ पाइप लगाया जा रहा है। इसके बाद मिट्टी से ढंक दिया जाएगा। मगर आवाजाही करने वालों को दुर्गंघ सहना पड़ेगा। आवाजाही करने वालों को नाक पर रूमाल रखकर जाना ही पड़ेगा।

पटनावासियों से रूटकर गंगा मइया दूर चली गयीं हैं: पटनावासियों को काफी दूरी तय करना पड़ेगा। काफी दूरी पर गंगा नदी बह रही है। तीन से चार किलोमीटर की दूरी तय करने पड़ेगी। कहीं दो से तीन किलोमीटर की भी दूरी है। हां, वाहन रखने वालों को वाहनों को पड़ाव करने में दिक्कत नहीं होगी। काफी जगह है। इसके कारण आसानी से वाहनों को लगाकर पूजापाठ किया जा सकता है। घाट को बनाने की तैयारी शुरू नहीं की गयी है। अब समय भी नहीं है। 20 दिन ही बाकी है। सरकार और पूजा समिति मिलकर महाछठ के अवसर पर सभी तरह की सुविधा उपलब्ध करवा दी जाएगी।

पटना-गांधी मैदान मार्ग पर कूड़ों का अम्बार लगा हुआ हैः इस मार्ग के दर्जनों स्थानों पर कूड़ों का अम्बार लगा हुआ है। इस ओर पटना नगर निगम को ध्यान देने की जरूरत है। जल्द से जल्द गंदगी दूर करो अभियान चलाकर गंदगी को दूर कर देना चाहिए। पवित्र छठ की पवित्रता बनाएं रखने के लिए सफाई जरूरी है।

आलोक कुमार


No comments: