Monday 16 January 2023

बिहार राज्य कर्मचारी महासंघ में दिखा दम

 बिहार राज्य कर्मचारी महासंघ में दिखा दम

चार-पांच माह  से लंबित वेतन मिलने की संभावना बढ़ी

लंबित वेतन भुगतान के लिए चालीस करोड़ की राशि आवंटित


पटना.बिहार राज्य कर्मचारी महासंघ का एक शिष्टमंडल असैनिक शल्य चिकित्सक सह  मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर के.के.रॉय से शनिवार को मिलकर परिवार कल्याण क्षेत्रीय कार्यकर्ता ए.एन.एम. की लंबित वेतन भुगतान करने व उनके अन्य समस्याओं को उनके समक्ष रखा.

बिहार राज्य कर्मचारी महासंघ ने परिवार कल्याण क्षेत्रीय कार्यकर्ता ए.एन.एम. की परेशानी को देखकर सरकार के अधिकारियों से 10 जनवरी 2023 तक लंबित वेतन भुगतान कर देने का आग्रह किया था.वहीं बिहार राज्य कर्मचारी महासंघ ने अधिकारियों को अल्टीमेटम भी दिया था कि अगर लंबित वेतन का भुगतान नहीं किया गया,तो मजबूरी में 11 जनवरी को एक दिवसीय कार्य बहिष्कार किया जाएगा.बिहार राज्य कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर एक दिवसीय कार्य बहिष्कार सफल रहा.इसमें पुनपुन पीएचसी,दुल्हिन बाजार पीएचसी,धनरूआ पीएचसी.नौबतपुर पीएचसी,फुलवारीशरीफ पीएचसी,पटना सदर पीएचसी आदि के परिवार कल्याण क्षेत्रीय कार्यकर्ता ए.एन.एम. भाग लिया.

     परिवार कल्याण क्षेत्रीय कार्यकर्ता ए.एन.एम. ने लंबित वेतन भुगतान की मांग की थी.बदले में अति उत्साहित होकर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र,पुनपुन पटना के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने चालीस से अधिक ए.एन.एम. को कारण बताओं नोटिस थमा दिया.इससे एक दिवसीय कार्य बहिष्कार करने वाली ए.एन.एम.बौखला गयी.तब जाकर बिहार राज्य कर्मचारी महासंघ ने ए.एन.एम.का मार्गदर्शन स्पष्टीकरण लिखने में करने लगे.यहां  अतिशयोक्ति नहीं है कि सरकार व अधिकारियों की मिलीभगत व लापरवाही के चलते चार-पांच माह से वेतन नहीं मिल पा रहा था.वेतन भोगी ए.एन.एम.की तमाम खुशियां हवा में उड़ गयी.बैंक व महाजनों के ऋण चुकता करने में सोचते-सोचते ब्लड प्रेशर के शिकार हो गये.

     बता दें कि आजकल ब्लड प्रेशर की समस्या बहुत कॉमन है. युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक बीपी की समस्या देखने को मिल जाएगी. किसी का ब्लड प्रेशर काफी लो हो जाता है तो किसी को हाई बीपी की परेशानी होती है. सेहत के लिहाज से दोनों ही समस्याएं आपके जीवन के लिए बड़ी परेशानी हैं. लो बीपी में शरीर के अंगों में सही तरह से खून की सप्लाई नहीं होती है, जिसके कारण कई बार बेहोशी की स्थिति भी आ जाती है. वहीं हाई बीपी को तो साइलेंट किलर कहा जाता है. हाई बीपी को हार्ट अटैक के बड़े कारणों में से एक माना जाता है. इसके अलावा हाई बीपी की वजह से स्ट्रोक  और किडनी फेलियर जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं.

 इस बीच बिहार राज्य कर्मचारी महासंघ के प्रधान महासचिव नरेन्द्र कुमार सिंह के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल असैनिक शल्य चिकित्सक सह  मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर के.के.रॉय से मिला.इस शिष्टमंडल में सर्वश्री देवकरण राय, राज्य अध्यक्ष, अशोक कुमार सिंह, महासचिव, श्री शंकर राम, महासचिव, प्रवीण कुमार, उपाध्यक्ष एवं ललन कुमार, जिला अध्यक्ष शामिल थे.

     असैनिक शल्य चिकित्सक सह  मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर के.के.रॉय से मिलकर आने के बाद महासंघ के महासचिव अशोक कुमार सिंह ने बताया कि मानवीय सेवा करने वाली परिवार कल्याण क्षेत्रीय कार्यकर्ता ए.एन.एम.पर अनुशासनिक कार्रवाई नहीं होगी.धनरूआ पीएचसी की 23 ए.एन.एम.का एक दिन का अवरूद्ध वेतन दिया जाएगा.जारी आदेश को देखकर आदेश को निरस्त कर दिया जाएगा.इस बीच डॉक्टर के.के.रॉय ने खुशखबरी दी कि लंबित वेतन भुगतान के लिए चालीस करोड़ की राशि आवंटित कर दी गयी है.सभी पीएचसी से कहा गया है कि जल्द से जल्द धनराशि का बँटवारा करने की मांग सूची पेश करें.

आलोक कुमार

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