*सदाकत आश्रम में मना आजादी का 77 वें वर्षगांठ
*जिनका आजादी में कोई योगदान नहीं वो कर रहे नेहरू पर टिप्पणी-डा0 अखिलेश
पटना । यह सोच कर हैरानी होती है कि जिस दल का स्वतंत्रता आन्दोलन में कोई योगदान नहीं था उसके दल के लोग भी भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू पर टीका-टिप्पणी करते हैं। भाजपा को छोड़िये इसका मूल रूप जनसंघ का अस्तित्व भी स्वतंत्रता संग्राम के दौरान नहीं था। यहाँ तक कि जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी खुद नेहरू मंत्रिमंडल में मंत्री थे।
यह सब जानने के बाद भी भाजपाई बड़ी बेशर्मी से नेहरू पर टीका-टिप्पणी करते रहते हैं। ये बातें बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डा0 अखिलेश प्रसाद सिंह ने सदाकत आश्रम में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह को सम्बोधित करते हुए कही। प्रदेश अध्यक्ष ने स्वतंत्रता के 77वें वर्षगांठ के अवसर पर कांग्रेस मुख्यालय में झण्डे फहराये। इस मौके पर सेवा दल के स्वयंसेवकों ने उन्हें सलामी दी। और लोगों में मिठाइयां बांटी गयी।
डॉ. सिंह ने कहा कि राजनीतिक दल के रूप में कांग्रेस के लिए यह दिन एक ऐतिहासिक अनुभूति देता है। कांग्रेसी होने के नाते हमारे लिये स्वतंत्रता दिवस सबसे अलग है, क्योंकि भारत की आजादी की बुनियाद कांग्रेस के अनगिनत संघर्ष, त्याग और बलिदान पर रखी गई। स्वतंत्रता की लड़ाई वास्तव में कांग्रेस की लड़ाई थी और कांग्रेस की स्थापना भी 1885 में इसी उद्देश्य से की गयी थी।
उन्होंने आगे कहा कि पिछले दिनों लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान दिये गये राहुल गाँधी के भाषण को 63 फीसदी लोगों ने असरदार करार दिया जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषण को महज 35 फीसदी लोगों ने ही पसंद किया। मतलब मोदी सरकार की लोकप्रियता गर्त में जा रही है। इसलिए मैं काँग्रेसियों को यह संकल्प दिलाना चाहता हूँ कि आनेवाले 2024 के चुनाव में मोदी सरकार को उखाड़ फेकें।
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