बक्सर.आज एक ऐतिहासिक पल गुजर गया.वास्तव में शाहपुर पैरिश के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन ही था.बक्सर धर्मप्रांत के अति मान्यवर बिशप डॉ.जेम्स शेखर का आगमन हुआ.बिशप अभिषेक के बाद पहली बार स्वामी जी अपने परिवार लोगों के बीच में आए थे.पल्ली पुरोहित फादर भास्कर भोज्जा कहते हैं कि हमारे पैरिशियन सुबह 8:30 बजे से ही गेट के सामने एकत्र हुए, फूलों की वर्षा और माला के साथ हमारे प्रिय बिशप जेम्स शेखर का स्वागत किये.
इसके बाद सुबह 9:00 बजे से ब्रदर फ्रांसिस लाल डीजे ने प्रार्थना सभा का संचालन किया गया.फिर सुबह 10.45 बजे पवित्र मिस्सा के लिए प्रार्थना नृत्य के साथ जुलूस शुरू हुआ. पवित्र मिस्सा के बाद सभी लोग जुलूस के रूप में सेंट जोसेफ मंडप की ओर गए.यहां पर बिशप स्वामी ने प्रार्थना की और सेंट जोसेफ मंडप का उद्घाटन किया.
इसके बाद श्रीमती पूनम हेनरी के द्वारा एक लघु सांस्कृतिक कार्यक्रम तैयार किया गया.इसका मंचन किया गया.बिशप डॉ.जेम्स शेखर के जन्मदिन 23 सितंबर के सम्मान में केक काटने की रस्म अदायगी कर केक का मजा लिया गया.
इस पावन अवसर पर दादा-दादी को शाल देकर सम्मानित किया गया.अलग-अलग पल्ली से आए सभी बारह पुरोहितों ने भी इस दिन को बहुत ही सुंदर और शानदार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ा.उन पुरोहितों को बक्सर धर्मप्रांत के विकर जनरल फादर चार्ली का कुशल नेतृत्व मिला.
सांस्कृतिक समारोह के बाद सहभोज का आयोजन किया गया.यह बहुत ही स्वादिष्ट भोजन था.अंत में पल्ली पुरोहित रेव्ह. फादर विजय भास्कर ने इस दिन को यादगार और अविस्मरणीय बनाने के लिए सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया.उन्होंने कहा कि हम लोग किसी भी बड़े कार्य को सहजता से पूरा कर सकते हैं.जब हम एक परिवार के समान व्यवहार करते है.एक बार से दिल की गहराई से धन्यवाद दे रहा हूं,उसे स्वीकार करे.
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