Friday, 6 October 2023

बिहार राज्य आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले अनिश्चितकालीन

  


पटना। बिहार राज्य आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले अनिश्चितकालीन 29 सितंबर से हड़ताल जारी है। आज गुरूवार को सातवां दिन है। इस ओर सरकार के द्वारा वादाखिलाफी की जा रही है।

    विदित हो कि पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान महागठबंधन द्वारा अपने घोषणा पत्र में सरकार बनने पर आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका के मानदेय को दुगना करने का वादा किया गया था, साथ ही साथ माननीय तेजस्वी यादव जी द्वारा लगभग अधिकांश चुनावी सभा में भी इस आशय का आश्वासन दिया गया था।

     मानदेय दुगना करने की बात तो छोड़ दिया जाए अभी तक प्रतिनिधि मंडल से मिलने तक का कष्ट नहीं किया गया। ज्ञातव्य है की वर्तमान वर्ष में जनवरी माह से मार्च माह के बीच लगातार तीन महीने तक संयुक्त संघर्ष समिति के तत्वावधान में आहूत चरणबद्ध आंदोलन के दरम्यान निदेशक आईसीडीएस एवं प्रधान सचिव समाज कल्याण विभाग के द्वारा दिए गए आश्वासन पर भरोसा करते हुए संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा चरणबद्ध आंदोलन के अंतिम चरण का राज्यव्यापी विशाल प्रदर्शन को स्थगित कर दिया गया था।

     तीन महीने बाद 26 जुलाई 2023 को जब संयुक्त संघर्ष समिति का प्रतिनिधिमंडल निदेशक से मिलकर सरकार द्वारा किए गए वायदे को पूरा करने की मांग की गई तो मानदेय राशि बढ़ाया जाना तो दूर अन्य जिन 8 मांगों पर सहमति बनी थी उसे भी घिसी पिटी बात कह कर टाल दिया गया, ऐसी स्थिति में संयुक्त संघर्ष समिति को विवश होकर हड़ताल में जाने का निर्णय लेना पड़ा।


मांगों:- 1. बिहार सरकार द्वारा अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि 10,000 सुनिश्चित किया जाए। 2.सुप्रीम कोर्ट का आदेश के आलोक में बिहार में भी ग्रेच्युटी भुगतान करना सुनिश्चित किया जाए। 3. केंद्र सरकार द्वारा सरकारी कर्मचारी का दर्जा देते हुए क्रमशः ग्रेड सी और ग्रेड डी में समायोजित किया जाए। जब तक सरकारी कर्मचारी का दर्जा प्राप्त नहीं हो जाता है, तब तक सेविकाओं को 25000 एवं सहायिकाओं को 18,000 प्रतिमाह मानदेय राशि दी जाए। 4. योग्य सहायिका से सेविका में बहाली के लिए अतिरिक्त 10 बोनस अंक देने के प्रावधान को लागू किया जाए एवं सेविका से पर्यवेक्षिका तथा सेविका / सहायिका के रिक्त सभी पदों पर अभिलंब बहाली सुनिश्चित की जाए। 5. 16/05/2017 एवं 20 जुलाई 2022 के समझौते के आलोक में लंबित मांगों को लागू किया जाए।

 इस मांग को कुमारी रंजना संयुक्त संघर्ष समिति और प्रतिमा कुमारी का समर्थन प्राप्त है, तथा संगठन प्रमुखों का हस्ताक्षर कुमारी रंजना ,कुमारी गीता,  प्रतिमा कुमारी भी है।  

   बिहार राज्य आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति, पटना, बिहार।  कुमार विदेश्वर सिंह पत्रांक 17/23 1. माननीय मंत्री, समाज कल्याण विभाग, बिहार सरकार, पटना 2. श्रीमान मुख्य सचिव, बिहार सरकार, पटना 3. श्रीमान प्रधान सचिव, समाज कल्याण विभाग, बिहार सरकार, पटना निदेशक, आई. सी. डी. एस. पटना। 4. मीना कुमारी राज्य सचिव ,कुमारी गीता (प्रदेश प्रि सादर सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्रवाई के लिए प्रेषित अनीता भा मीना कुमारी दिनांक 20/09/2023 कुमारी रंजना संयुक्त संघर्ष समिति को प्राप्त समर्थन, तथा संगठन प्रमुखों का हस्ताक्षर  कुमारी रंजना कुमारी गीता कुमारी गीता प्र प्रतिमा कुमारी।


आलोक कुमार

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