ईसाईयों की दुःखभोग आज से शुरू
29 मार्च को है गुड फ्राइडे
गांधी मैदान में प्रार्थना सभा आयोजित करने की मांग शुरू
गया। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में प्रार्थना सभा आयोजित करने की मांग शुरू हो गयी है। यह इसलिए कि 3 फरवरी
को मोकामा में राज्यभर के ईसाई धर्मावलम्बियों का जमावाड़ा हुआ था । मोकामा नगरी में
माता मरियम के आदर में होने वाली तीर्थ यात्रा को सफल बनाने में सभी सम्प्रदाय के साथ
दिये थे। पटना महाधर्मप्रांत के रिटायर आर्च बिशप
बेनेदिक्त ओस्ता और अपराधियों के निशाने पर आकर मौत को गला लगाने वाले विकर
जेनरल स्व0 मैथ्यू उजुथाल के समय में गांधी मैदान में प्रार्थना सभा की जाती थी। उसके
बाद आयोजन बंद कर दी गयी। ऐसा समझा जाता हैं कि उस समय होली त्योहार की धूम रहती है।
इसलिए प्रशासन के द्वारा सहयोग देने में असमर्थता व्यक्त की जाती है। इस साल 28 मार्च को होली है।
खैर,आज से ईसाईयों की दुःखभोग शुरू हो गयी। इस अवसर पर ईसाई धर्मावलम्बियों ने उपवास रखा। सुबह पहर और शाम में गिरजाघर में गये। गिरजाघर के पुरोहितों धार्मिक अनुष्ठान अदा किये। इस अवसर पर परमप्रसाद वितरण किये गये। पवित्र राख बुधवार के दिन पुरोहित ने धर्मावलम्बियों की ललाट पर पवित्र राख से क्रूस का चिन्ह बनाकर यह स्मरण दिला दिये कि हे ! मनुष्य तू मिट्टी हो और मिट्टी में मिल जाओंगे। इसके बाद दुनिया के मुक्तिदाता येसु मसीह की दुःखभरी दास्तानों पर निर्मित झांकी को 14 जगहों पर रखकर क्रूस का रास्ता तय किये। धार्मिक विधि के समापन पर धर्मावलम्बी घर गये और घर पर बने खाघ सामग्री का सेवन कर उपवास तोड़ा।

आगामी 24 मार्च रविवार को खजुर एतवार पर्व मनाया जायेगा है। 28 मार्च को पवित्र वृहस्पतिवार को पवित्र संस्कार की स्थापना दिवस को होगा। 29 मार्च को गुड फ्राइडे है। इस दिन येसु मसीह को सलीब पर चढ़ाकर मार दिया गया। सलीब पर लटकते और मृत्यु की गोद में जाने के पूर्व येसु मसीह ने कहा कि हे ! ये लोग जानते नहीं कि ये क्या कर रहे हैं। इनको माफ कर देना। इसके बाद सिर झुकाकर दम तोड़ देते हैं। इसके तीसरे दिन पूरे पराक्रम के साथ मृतकों में से जी उठते हैं। इसी को ईस्टर संडे कहा जाता है। ईस्टर संडे 31 मार्च को है।
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