Sunday 28 April 2013

दाहिनी आंख की रोशनी गायब होने से महादलित परेशान

दाहिनी आंख की रोशनी गायब होने से महादलित परेशान

गया। दो माह से वाटर एड इंडिया के जल स्वच्छता विशेशज्ञ अमर कुमार भारती परेशान हैं। 19 फरवरी को सड़क दुर्घटना में घायल हो गये थे। गया जिले के फतेहपुर प्रखंड में स्थित प्रगति ग्रामीण विकास समिति के कार्यालय से छुट्टी लेकर नालंदा जिले के नगर नौसा प्रखंड के मौहीउद्दीन नगर स्थित घर जा रहे थे। इस बीच गया के मुख्य मार्ग पर ही दुर्घटना हो गयी।  गाड़ी की चपेट में पड़ गये। छाती और सिर में अधिक चोट लग गयी।

 गया में स्थित में डा. अभय सिन्हा से इलाज कराये। इसके बाद पटना रेफर कर दिये। अभी तक 55 हजार रूपए खर्च कर दिये है। इसके बावजूद भी पूर्णतः स्वस्थ नहीं हो सके हैं। संमार्ग से बातचीत में महादलित मुसहर समुदाय के अमर कुमार भारती ने बताया कि हेड और चेस्ट में चोट लगी थी। दाहिनी आंख की हड्डी टूट गयी है। यहां के नस सूख गया है। इसके कारण दाहिनी आंख की रोशनी गायब हो गयी है। आंख से सामने अंधकार छा जाता है। चेस्ट में चोट लगने से एक माह तक बलगम निकालते समय रक्त निकलता था। दवा-दारू करने पर बलगम के साथ रक्त आना बंद हो गया है। पटना के डा. अरविंद कुमार अखौरी ने रेफर दिल्ली, मुम्बई और नेपाल कर दिया है। डाक्टर साहब ने परामर्श दिये हैं कि सहुलियत के अनुसार इलाज करा सकते हैं।

  इस समय बिन्देश्वरी मांझी के 32 वर्षीय पुत्र अमर कुमार भारती ऑक्सोथोपिया ऑफ 15 डीसीईएस से पीड़ित हैं। दिल्ली और मुम्बई को छोड़कर नेपाल में जाकर इलाज करने की बात कर रहे हैं। सबसे बड़ा रूपया सामने अड़चन डालना शुरू कर दिया है। एक बच्चा की मां ने सरकार से मुआवजा देने की मांग की हैं।