Saturday, 15 June 2013

वासभूमि संघर्ष मोर्चा के बैनर तले पदयात्रा 20 जून से



समस्याओं का संकलन करेंगे

हिलसा। सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जन्मभूमि नालंदा में पदयात्रा होगी। इस अवसर पर ग्रामीण समस्याओं का आकलन किया जाएगा। वहीं सरकार और सरकरी मशीनरियों के द्वारा मुख्यमंत्री के  जन्मभूमि पर किये जा रहे विकास कार्यों का मुआयना करेंगे। इस दौरान ग्रामीणों की आपबीती भी सुनेंगे। खासकर भूमि एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों पर ध्यान केन्द्रित करेंगे। ग्रामीणों से आवेदन संग्रह करेंगे। उनकी समस्याओं को संबंधित अधिकारियों के समक्ष अग्रसारित करेंगे।

निर्धनतम क्षेत्र नागरिक समाज के सहयोग से प्रगति ग्रामीण विकास समिति के द्वारा वासभूमि संघर्ष मोर्चा के बैनर तले पदयात्रा की जा रही है। यह पदयात्रा 9 दिवसीय है। पदयात्री अधिकतम एक दिन में 15 किलोमीटर ही चलेंगे। इसमें 15 पदयात्री स्थायी रूप से रहेंगे। लोग बढ़ते जाएंगे और कारंवा बनते चलते जाएगा। गौरतलब है कि जहां- जहां तपक रने वाले पदयात्री ठहरेंगे, वहां के ग्रामीण ही भोजन खिलाने की व्यवस्था करेंगे। सामाजिक कार्यकर्ता मुकुल कुमार के 6, मंजू देवी के 4, रविन्द्र पासवान और मंजू देवी के 3 कार्यक्षेत्र के लोग भोजन की व्यवस्था करेंगे।

नालंदा जिले के समन्वयक चन्द्रशेखर के अनुसार वासभूमि संघर्ष मोर्चा के बैनर तले पदयात्रा आयोजित की गयी है। पदयात्री 19 जून को नालंदा जिले के एंकरसराय प्रखंड के तेल्हाड़ा गांव में जमा होंगे। तेल्हाड़ा गांव से चलकर 20 जून को सोहरपुर में रात्रि विश्राम करेंगे। 21 जून को घोषी में, 22 जून को कामता में, 23 जून को वभनडीहा में, 24 जून को कुर्था में, 25 जून को एकगडीहा में, 26 जून को चैडीथा में, 27 जून को चमेढ़ा में और 28 जून को हिलसा में रात्रि ठहराव करेंगे। यहीं पर पदयात्रा समाप्त कर दी जाएगी।

इस तरह की पदयात्रा को लेकर गांवघर में जमकर जनसंर्पक अभियान चलाया जा रहा है। तेल्हाड़ा, धुरगांव, अंगारी, एंकरसराय,मिर्जापुर,अकबरपुर,चमणडीहा आदि पंचायतों के गांवों में जनसंर्म्पक अभियान चलाया जा रहा है।
Alok Kumar