Thursday 26 September 2013

आई.टी.आई.दीघा में स्थित भारतीय खाघ निगम के गोदाम में होने वाले घोटाले को स्वीकारा


चार आने में मजदूरी करने वाले रामशरण राय ने किया खुलासा

दीघा के निहोरा राय और जवाहर राय जमकर लूटे

पटना। पानापुर दियारा क्षेत्र में रहते हैं रामशरण राय। आई.टी.आई.दीघा में स्थित भारतीय खाघ निगम के गोदाम में मजदूरी करते थे। जब मजदूरी शुरू किये थे उनको चार आना मिलता था। ठेकेदार के जिम्मे में मजदूरी करते थे। वर्ष 1970-71 में जाकर एफसीआई में स्थायी नौकरी मिली। वर्ष 2001 में जाकर अवकाश ग्रहण किये। उस समय 7 हजार रूपए पगार मिलता था। अभी किसी तरह की पेंशनादि नहीं मिलती है।

 बातबात में प्याज की तरह परत खोलने पर रामशरण राय ने कहा कि गोदाम में लूट जोरों से गयी। रोजाना मजदूर 20 से 25 किलोग्राम गेहूं ले जाते थे। गोदाम के गेट में पहरेदार एफसीआई पुलिस को कुछ रकम चटा दिया जाता था। उसके बाद गेहूं निकाल ले जाते थे। वहीं इस एरिया के दबंग निहोरा राय, जवाहर राय, राम प्रसाद राय आदि जमकर गेहूं में लूटपाट किया करते थे। इस तरह के अवैध कमाई से लाखपति बन गये। ईंट भट्टा खोल दिये। ट्रक खरीद लिये।
रामशरण राय ने कहा कि पटना-दीघा रेलखंड से ट्रेन से गेहूं लाने वाले बॉगी से गेहूं निकलवाया जाता था। उसको खुलेआम पुलिस गेहूं लूटवाते थे। कबूल करने के बाद रकम नहीं देने वालों को गोली से उड़ा दी जाती थी। एक नौजवान की मौत हो गयी। जब से आरपीएफ ने मोर्चा संभाला तो उसमें काफी सुधार हो गया। अब दीघा एफसीआई में घोटाला नहीं किया जाता है।

आलोक कुमार