Thursday 5 September 2013

जिला स्तरीय संगोष्ठी में राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना को लेकर समझदारी को किया सांझा




स्मार्ट कार्ड के जरि  30 रूपए में 30 हजार रूपए तक का होता है इलाज

गांव में नेतृत्वकर्ता 23 महिलाएं और 22 पुरूष   थे शामिल

भोजपुर जिले के अगीआंव प्रखंड के पवना पंचायत में स्थित उत्क्रमित मघ्य विघालय में जिला स्तरीय संगोष्ठी आयोजित की गयी। संगोष्ठी की अध्यक्षता प्रभावती कुवंर की। देवंती देवी के द्वारा प्रस्तुत जय जगत गीत के साथ संगोष्ठी की शुरूआत की गयी। भोजपुर के चार प्रखंडों में रहकर गांव में नेतृत्व करने वाले 23 महिलाएं और 22 पुरूष   शामिल थे।

जिला स्तरीय संगोष्ठी के उद्देश्य को सिंधु सिन्हा ने बतायाः
भोजपुर की जिला समन्वयक सिंधु सिन्हा ने बताया कि  गैर सरकारी संस्था प्रगति ग्रामीण विकास समिति के द्वारा जिला स्तरीय संगोष्ठी आयोजित किया गया है। इसमें पुअरेस्ट एरिया सिविल सोसायटी पैक्स का सहयोग मिला है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत प्राप्त स्मार्ट कार्ड जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। यहां पर चार प्रखंड के लोग आये हैं। जो अपने गांव के नेतृत्वकर्ता हैं। ये अभियान जागरूकता गांव के हर व्यक्ति तक पहुंचे और इसका लाभ उठाये। स्मार्ट कार्ड के बारे में क्या जानकारी है? इस पर लालझरी देवी का कहना है कि स्मार्ट कार्ड में 30 हजार रूपए रहता है। इससे गरीबों को इलाज होता है। स्मार्ट कार्ड बनाने के लिए 30 रूपए लगता है।
अपने बेटे के बारे में कृष्णा देवी ने जानकारी दीः
गांव की महिला कृष्णा देवी ने बताया कि मेरे पुत्र को अपेंडिक्स का ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के चार दिनों के बाद बेड से उतार दिया। तो हम इसका विरोध किये कि कहे कि इसके खिलाफ कम्पलेन करेंगे। इतना कहना था कि बेड दिया गया। कुल 11000 रूपए खर्चा का बिल आया। घर जाते समय 5 दिनों की दवा भी दिये। घर जाने के लिए 100 रूपए दिया गया।

रिजनल कोर्डिनेटर सुनील कुमार ने कहाः
राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के बारे में रिजनल कोर्डिनेटर सुनील कुमार ने विस्तार से जानकारी दी। इंश्योरेंस कम्पनी के बारे में बताये कि स्मार्ट कार्ड बनाने के लिए भोजपुर में 1 फरवरी से शुरू होता है। अगर कोई भी लोग छूट गये हैं वैसे लोगों को मदद किया जा सकता है। अप्रैल माह तक छूटे लोगों को सहयोग कर सकते हैं।  आप जानकारी रखे और दूसरों को भी बताये। जो लोग स्मार्ट कार्ड बनवाने में इच्छुक नहीं है। उसको भी आप जागरूक कीजिए। 30 रूपए मायने नहीं रखता है। 30 रूपए का कार्ड समय पर जीवन की रक्षा कर सकती है। कोई भयंकर बीमारी होती है उससे बचाव होगा। मजदूर परिवार पैसा के अभाव में बीमारी का इलाज करा पाते हैं। ये कार्ड से परिवार में पांच सदस्य का इलाज होगा। नाम और फोटो होना चाहिए।

भोला पासवान ने कहा-
संगोष्ठी  में आये भोला पासवान ने कहा कि मेरे श्वसुर  के थैली में पत्थरी हो गया था। डाक्टर पी. सिंह के पास ले गये। ऑपरेशन किये। लेकिन 20 हजार रूपए हुआ। हम लोगों को समझ में नहीं आया।
निःशुल्क मोबाइल नम्बरः
इसके जवाब में बताया गया कि किसी तरह की परेशानी हो तो हेल्प लाइन से सहयोग ले सकते हैं। प्रगति ग्रामीण विकास समिति के सदस्यों से सहयोग ले सकते हैं। हेल्प लाइन नम्बर हैः 18003456108 और 18004556148 है। इस मोबाइल नम्बर में बिन पैसा से बातचीत की जा सकती है। तीस हजार रूपए तक एक साल के लिए होता है। अगला साल 30 रूपए में रजिस्ट्रेशन करना होगा। फिर आप के स्मार्ट कार्ड पर तीस हजार रूपए का इलाज करा सकते हैं।

अगर किसी तरह की गड़बड़ी हो तो...
अगर स्मार्ट कार्ड से इलाज करवाने के दौरान किसी तरह की गड़बड़ी हो तो डाक्टर साहब के द्वारा दी गयी दस्तावेज और स्मार्ट कार्ड के साथ शिकायत दर्ज करा सकते हैं। किसी तरह की शिकायत करना है तो हम लोग आप लोगों को सहयोग दे सकते हैं। इस तरह की शिकायतों को दूर करने के लिए जिला स्तरीय कमिटी का निर्माण किया गया है। प्रखंडों से आयी समस्याओं को उक्त कमिटी के माध्यम से आगे की ओर बढ़ाकर समस्यांत कर  सकते हैं।

आलोक कुमार