Friday 11 October 2013

आज लोकनायक गंगा पथ का किया कार्यारंभ



दीघा से दीदारगंज तक पथ का दीदार 4 साल के अंदर हो सकेगा
21.5 किलोमीटर लम्बे पथ पर खर्च होंगे 3160 करोड़ रूपए
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कीड्रीम प्रोजेक्टसाकार होने लगा है। आज दीघा घाट में मुख्यमंत्री ने कार्यारंभ कर दिया। ढाई माह के अंदर कार्य जोर पकड़ लेगा।
महासप्तमी के दिन लोकनायक जयप्रकाश गंगा पथ का कार्यारंभः
एक ओर आज महासप्तमी है तो दूसरी ओर लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती है। बदलते बिहार के मायने में 11 अक्तूबर,2013 को आधारभूत संरचना में ऐतिहासिक बदलाव का गवाह बन गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राजधानी में यातायात की गंभीर समस्या बन गयी है। यातायात पर बढ़ते दबाव को कम करने की दिशा में 2006 से ही प्रयासरत हैं। इसे साकार रूप देने के लिए पीपीपी (पीपुल्स पार्टिसिपेसन इन प्रोजेक्ट ) अर्थात परियोजना में जन भागीदारी पर विचार किया जाने लगा। लोग सड़क, नाली आदि में पूंजी लगाना नहीं चाहते हैं। 6 साल का समय लग गया। तब 12 लोग इच्छा जताएं। इनमें से 6 लोगों को उपयुक्त समझा गया। पीपीपी में 20 प्रतिशत राशि केन्द्र और उतने ही राशि राज्य सरकार वहन करती है। वहीं राज्य सरकार जमीन का अधिग्रहण कर रैयत जमीन के मालिकों को मुआयजा भी देती है। शेष निजी पूंजी को लगाया जाता है। अंतिम समय में निजी पूंजी लगाने वाले मुर्कर गये।
दिल छोटा मत करें और कोई वैकल्पिक व्यवस्था करें:
इसके आलोक में बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कारर्पोशन लिमिटेड के अध्यक्ष प्रत्यय अमृत से कहा गया कि दिल छोटा मत करें और कोई वैकल्पिक व्यवस्था करें। यह बताया गया कि हुडको से ऋण मिल सकता है। तब कहा गया कि जल्द से हुडको से ऋण लेकर कार्यारंभ कराया जाए। योजना विभाग के पास योजना भेजी गयी। इसके बाद टेंडर निकाला गया। आंध्रप्रदेश के नवयुवा इंजीनियरिंग कम्पनी को ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने का भार दिया गया है। मुख्यमंत्री श्री कुमार ने साफ लहजे में कहा कि बिहार के लोगों को काम करने को देना ही होगा। हमने वचन दे रखा है कि बिहार में पर्याप्त काम सृजन होंगे। इससे लोगों को बाहर पलायन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। केवल आंध्रप्रदेश के ही लोगों को काम में नहीं लगा दीजिएगा।
 बिहार के सबसे बड़े प्रोजेक्ट की शुरुआतः
बिहार के सबसे बड़े प्रोजेक्ट की शुरूआत के मौके पर वाकई आज का दृष्य देखने वाली थी। बड़ी संख्या में स्थानीय महिला, पुरुष और बुजुर्ग आदि उपस्थित थे। इस दौरान सड़क निर्माण को लेकर एक ऐनिमेसन फिल्म भी दिखाया गया कैसे सड़कों पर गाड़िया दौड़ेगी। साथ ही इस सड़क के निर्माण के बाद किस तरीके से गंगा दियारा का पूरा क्षेत्र जुहू बिच की तरह रोशनी से जगमगाता रहेगा और एक बड़े पर्यटक स्थल के रुप में ये इलाका विकसित होगा। 21.5 कि.मी लम्बी लोकनायक गंगा पथ का कार्यारंभ हुआ। ऐसा ही दिखेगा लोकनायक पथ 3160 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस वृहत प्रोजेक्ट की शुरूआत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में की। इससे पहले इस परियोजना का नाम गंगा एक्सप्रेसवे रखा गया था पर अब नीतीश कुमार ने इसे लोकनायक की जयंती पर उद्घाटन के दौरान घोषणा की कि इस सड़क का नाम लोकनायक गंगापथ होगा।
दीघा से दीदारगंज सड़क एन एन सिन्हा संस्थान के सामनेः
 दीघा से दीदारगंज सड़क एन एन सिन्हा संस्थान के सामने से लेकर पटना सिटी तक सात किलोमीटर की दूरी में फ्लाई ओभर रहेगा यही नही गांधी संग्रालय के पास बहुत बड़ा सभ्यता द्वार बनेगा जिसे जर्मनी एक कम्पनी के टेंडर मिला है इस द्वारा के निर्माण में 80 टन स्टील लगेगा और वही पर एक विश्व स्तरीय दिल्ली के साइंस भवन की तरह कन्वेनसन हॉल बनेगा जिसमें पांच हजार लोगो के बैंठने की व्यवस्था रहेगी। साथ ही उसके बगल में एक बहुत बड़ा फूड पार्क बनेगा जिसमें शुद्ध देशी बिहारी भोजन के साथ साथ सभी राज्यो का व्यजंन यहां मिलेगा और विदेशी भोजन का भी प्रबंधन रहेगा।ये पूरा क्षेत्र गांधी संग्रहालय से लेकर मगध महिला कांलेज के बीच बनेगा। एलिवेटेड 7.6 किलोमीटर सड़क के साथ दीघा से दीदारगंज तक बनने वाले इस पथ को चार वर्षाे में पूरा किये जाने का लक्ष्य रखा गया है. मुख्यमंत्री ने कहा की गंगा पथ राज्य की ड्रीम प्रोजेक्ट है और यह पथ निर्माण विभाग की सबसे बड़ी परियोजना है, इसे नवयुग इंजीनियरिग कंपनी लिमिटेड कर रही है. यह हैदराबाद की कम्पनी है। दीघा से दीदारगंज तक गंगा पथ पर शहर से प्रवेश के लिए छह प्रवेश द्वार होंगे, इनमें एएन सिन्हा इंस्टीच्यूट वर्षो, कृष्णा घाट, महात्मा गांधी सेतु, कंगना घाट, पटना घाट दीदारगंज शामिल हैं।
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलेः
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम आखिरी समय तक बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाकर ही रहेंगे। अभी तो सैद्धांतिक जीत हुई। इस जीत को मानकर बैठने वाले नहीं है। वित्त मंत्री को खत लिख दिये हैं। उसमें 6 माह का अल्टीमेटम दिया गया है। अगर इस खत के अनुसार कार्य करके विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला तो तीव्रतर आंदोलन करने से बाज नहीं आएंगे। हम होंगे कामयाब का विश्वास व्यक्त किया। सभी को सामाजिक समरसता बनाएं रखने का आग्रह किया। साम्प्रदायिक सद्भावना पर भी जोर दिया। बहुसंख्यकों और अल्पसंख्यकों के त्योहारों के अवसर पर शुभकामना दी।



गांधी संग्रहालय से लेकर सिटी एसपी तक का आवास खाली कराने की प्रक्रिया भी शुरूः
गांधी संग्रहालय से लेकर सिटी एसपी तक का आवास खाली कराने की प्रक्रिया भी शुरू हो गयी है। गंगा नदी के जल उफान के समय जिला जज के मकान के ऊपर खतरा मंडराने लगा था। इसके आलोक में जिला जज को पटना के सीनियर एसपी के आवास में सिप्ट किया जा है। वहीं एसएसपी पटना को चिड़ियाखाना के पास आवास दिया गया है। सिटी एसपी को भी उसी इलाके में आवास दिया गया है। इस योजना में पांच हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे और इसके लिए राशि भी स्वीकृत कर दी गयी है आज मुख्यमंत्री ने इन परियोजना की भी घोषणा कर दी है।
रेल सह सड़क पुल के निर्माण स्थल के बगल में दीघा बिन्द टोली है। यहां के लोग गंगा नदी, रेल पुल और अब लोकनायक गंगा पथा से प्रभावित  हो रहे हैं। उनको बसाने के लिए मुख्यमंत्री ने किसी प्रकार की घोषणा नहीं की है। आज मुख्यमंत्री ने दीधा रेल पुल के निर्माण में हो रही देरी के कारणो का समीक्षा किया और रेलवे को कहा कि पैसे के लिए कार्य वाधित नही होनी चाहिए तीन सौ करोड़ रुपया रेलवे को दिया जा रहा है शेष जो भी राशी लगेगी राज्य सरकार लगायेगी।पूर्व मध्य रेलवे के जीएम मधुरेश जी ने भरोसा दिया है कि दिसम्बर 2014 तक मुंगेर रेल पुल और मार्च 2015 तक दीधा रेल सह सड़क पुल बनकर तैयार हो जायेगा
आलोक कुमार