Tuesday, 3 December 2013

सैकड़ों ईसाई धर्मावलम्बियों ने थामा जदयू का दामन



पटना। अतीत में ईसाई समुदाय को केवल कांग्रेस का ही समर्थक समझा जाता था। इसकी वजह साफ है। ईसाई समुदाय के नेतृत्व करने वाले मिशनरी फादर और सिस्टर कांग्रेस के ही वफादार रहा करते हैं। अपने प्रभाव से मिशनरी फादर और सिस्टर जन ईसाई समुदाय को प्रभावित किया करते थे। इनके द्वारा कहा जाता है कि राजनीति में प्रवेश नहीं करों। मगर खुद ही राजनीतिज्ञों के साथ हाथ मिलाने से परहेज नहीं करते हैं। अब समय बदल गया है। अब ईसाई समुदाय मिशनरी फादर और सिस्टरों की मनमर्जी के अनुसार नहीं चल रहे हैं। वहीं ईसाई समुदाय अपने हक और अधिकारों के प्रति जागरूक हो गये हैं। धार्मिक अधिकारों के साथ-साथ राजनीतिक अधिकार पाने को बेताब है। इसी कड़ी में बिहार में पहली बार अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ के ईसाई धर्मावलम्बियों ने चर्च परिसर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति आस्था व्यक्त करके जदयू का दामन थाम लिया। इस ऐतिहासिक कदम से अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ के पदाधिकारियों का राजनीतिक पदों का फायदा मिलना शुरू हो जाएगा। निश्चित तौर  पर अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अथवा उपाध्यक्ष पद पर काबिज होने रास्ता साफ कर लिया है। कारण कि राजनीति में अपनी भागीदारी की दस्तक दे दिए है।

भारत रत्न और भावी संत मदर टरेशा के पावन स्थल पटना सिटी के चर्च परिसर में आयोजित समारोह के अतिथि जदयू के राष्ट्रीय सचिव सह सांसद रामचन्द्र प्रसाद सिंह ने अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ के प्रदेश सचिव अम्ब्रोस पैट्रिक के नेतृत्व करीब 250 महिला-पुरूष को जदयू की सदस्यता ग्रहण कराकर दुपट्टा और टोपी पहनायी गयी। इस सदस्यता ग्रहण समारोह में संघ के अध्यक्ष एस.के. लौरेंस,पटना वाई.एम.सी..के महासचिव क्रिस्टोफर वैकमन, माइकल अल्फोंस, ईसाई समुदाय के युवा नेता अभिषेक पैट्रिक, ईसाई नेत्री पूजा शर्मा ने बिहार के विकास में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के योगदान की विस्तार से चर्चा की गयी। साथ ही कदम से कदम मिलाकर सहयोग का आश्वासन दिया। मौके पर संघ के प्रदेश सचिव अम्ब्रोस पैट्रिक ने कहा कि ईसाई समुदाय हमेशा राजनीतिक में भागीदारी से दूर रहकर समाज के लोगों को शिक्षित करने का काम किया। ऐसे में सरकार की ओर से मिलने वाली अल्पसंख्यक सुविधा समाज को सही ढंग से नहीं मिलती थी। श्री पैट्रिक ने कहा कि ईसाई समाज अब जागरूक होकर अपने हक की लड़ाई लड़ेगी। उन्होंने कहा आने वाले दिनों में यदि सरकार समाज के लिए कुछ किया तो बिहार के अन्य जिला में रहने वाले ईसाई धर्मावलम्बियों को जरूर ही जदयू में लाने का प्रयास किया जाएगा। ये लोग जरूर ही जयदू के दामन थाम लेंगे। इसके पहले आरपी सिंह ने संघ के सचिव अम्ब्रोस पैट्रिक , माइकल अल्फोंस, अभिषेक पैट्रिक,पूजा शर्मा, दीपू सर, समेत सैकड़ों लोगों को जदयू की सदस्यता ग्रहण करायी।  अमन और भाईचारा के प्रतीक नगर की इस पवित्र धरती पर जदयू में शामिल होने वाले ईसाई, सिख, इस अवसर पर जदयू के नेता राजेश बल्लम, अनंत अरोड़ा, पूर्व निगम पार्षद मनोज कुमार, प्रमोद गुप्ता, मो. करैशी,अंजनी पटेल, प्रभात जायसवाल आदि उपस्थित थे।

 समस्त दुनिया में इस समय राजाओं का राजा का जन्म दिन 25 दिसंबर को मनाने की तैयारी शुरू कर दी गयी है। ईसाई समुदाय राजाओं का राजा बालक येसु का आने का इंतजार कर रहे हैं। इसे आगमन कहते हैं। गत वर्ष अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ के पदधारकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर क्रिसमस की शुभकानाएं दी थी। उस समय मुख्यमंत्री से आग्रह किया गया था कि आप क्रिसमस के समय में धर्मावलम्बियों से मिलने आये। इस न्यौता को मुख्यमंत्री जी ने स्वीकार किये थे। क्रिसमस की पूर्व संध्या पर आने का वादा किये थे। अब क्रिसमस का समय भी गया है। अब तो ईसाई समुदाय जदयू के सदस्य भी बन गये हैं। जदयू के ईसाई सदस्य मुख्यमंत्री जी का स्वागत करने में पीछे भी नहीं हटेंगे। अब देखना है कि अपने समर्थक ईसाई भाइयों और बहनों की अभिलाषा पूर्ण कर पा रहे हैं अथवा नहीं? यह तो आने वाले कल ही पता चलेगा।
आलोक कुमार