Sunday 7 September 2014

समस्या को परोसकर मुख्यमंत्री को ख्रीस्त जयंती मिलन समारोह में शिरकत करने का दिया न्योता पर्यटकों को लुभावने की व्यवस्था की जाए


पटना। अव्वल ईसाई समुदाय की ओर से मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को बधाई! कई बार पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संद्य ने समस्याओं का समाधान करने का अनुरोध किया। उन समस्याओं का निराकरण नहीं करने से ईसाई समुदाय को निराश ही होना पड़ा है। एक बार फिर से प्रयास किया जा रहा है। उनको ख्रीस्त जयंती मिलन समारोह में 14 दिसम्बर 2014 को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया जा रहा है। पटना सिटी स्थित ऐतिहासिक धर्मिक पर्यटन स्थल पादरी की हवेली में दोपहर तीन बजे से समारोह होगा।

बिहारी ईसाईयों को बिहार विधान परिषद में मनोनीत करने का आग्रह किया गया। कई राज्य सरकारों के द्वारा अल्पसंख्यक मुस्लिम और ईसाईयों को धार्मिक स्थानों में यात्रा करने में अनुदान दिया जाता है। अभी बिहार में केवल मुस्लिम समुदाय को हज यात्रा पर जाने के लिए अनुदान दिया जाता है। उसी तर्ज पर ईसाई समुदाय को ईसा मसीह का जन्म स्थान जेरूसलम की तीर्थ यात्रा के लिए अनुदान दिया जाए। अल्पसंख्यको को कंेंद्र सरकार से प्री. मैट्रिक के लिए पूर्व से जो छात्रावृति मिलती आ रही है आज के महंगाई के दौर में ऊँट के मुँह में जीरा डालने के समान है। इस अल्पराशि में जल्द से जल्द बढ़ोत्तरी किया जाए। काफी समय से दलित ईसाई एवं मुस्लिम समुदाय के धार्मिक अल्पसंख्यकों को आरक्षण देने की माँग की जा रही है। जबकि धार्मिकता के आधार पर बहुसंख्यक हिन्दू दलितों और अल्पसंख्यक सिख समुदाय को आरक्षण प्राप्त है। अतः इस तरह का भेदभाव समाप्त कर दलित ईसाई एवं मुस्लिम समुदाय को भी आरक्षण की सुविधा प्रदान की जाए। एंग्लो इंडियन से बिहार विधान सभा में किसी एक वंदे को एम.एल.ए. के रूप में मनोनीत किया जाए । आबादी की दृष्टि से मुस्लिम समुदाय के बाद ईसाई समुदाय का स्थान द्वितीय है। अतः बिहार राज्य अल्पसंख्यक आयोग में स्थाई रूप से मूल बिहारी ईसाई समुदाय से किसी एक को स्थाई रूप से उपाघ्यक्ष एवं एक सदस्य का मनोनीत किया जाए। काफी समय से आवेदन करने के बावजूद ईसाई बहुल इलाका शिवाजी नगर दीघा, बांस कोठी, दीघा, न्यू पाटलिपुत्रा कालोनी, लोदीपुर क्रिश्चियन कालोनी तथा फेयरफील्ड कालोनी दीघा में टेंडर एवं बजट पारित हुआ है। बावजूद, इसके स्थाई पक्का रोड एवं नाली की व्यवस्था नही की जा रही है। जरूरतमंद ईसाई गरीब बुजुर्गाे के लिए निःशुल्क इलाज की व्यवस्था की जाए । बिहार सरकार के द्वारा संचालित कल्याणकारी एवं विकास की योजनाओ में ईसाईयों को भागीदारी प्रदान की जाए।

अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संद्य के अध्यक्ष एस.के. लौरेंस और सचिव एम्ब्रोस पैट्रिक ने संयुक्त रूप से बताया कि मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से मिलकर बिहार के ईसाई को सरकारी तथा अल्पसंख्यक समुदाय के हितार्थ मिलने वाली सुविधाओं से लाभ दिलवाने एवं भागीदारी सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री ने भरोसा दिया कि ईसाई समुदाय की समस्याओं के समाधान करने की दिशा में ठोस कदम उठाया जाएगा।

आलोक कुमार

No comments: