Monday 8 February 2016

दीघा में हॉल्ट बनाओं और समस्यांत करो

अब दीघावासियों की समस्याओं को दूर करने वाली गेंद रेलवे अधिकारियों के पाले में

ऐसे लोग होते हैं जो दूरी को कमतर बताते ही रहते

पटना। पाटलिपुत्र स्टेशन चालू होने के पश्चात समस्या सामने आने लगी है। सबसे बड़ी समस्या है कि दीघा क्षेत्र में हॉल्ट निर्माण नहीं होना। हॉल्ट निर्माण नहीं होने के कारण लोग पैदल ही पाटलिपुत्र स्टेशन की ओर कदम बढ़ा देते हैं। दीघा नहर से स्टेशन की दूरी लोगों को नामालूम है। स्थानीय लोगों से स्टेशन की जानकारी मांगते हैं तो कह देते हैं कि बगल में ही स्टेशन है। दीघा से स्टेशन की दूरी करीब 3 किलोमीटर है। दूरी की चक्कर में फंसकर लोग परेशान हो जा रहे हैं।
खासकर पटना-दानापुर मार्ग से सटे मोहल्ले में रहने वाले लोग परेशान हो रहे हैं। पाटलिपुत्र स्टेशन की समुचित दूरी के बारे में जानकारी नहीं रहने के कारण पैदल ही कदम बढ़ा देते हैं। मखदुमपुर में रहने वाली जानकी देवी परेशान दिखी। पाटलिपुत्र स्टेशन का दर्शन करने निकली थी। पति के साथ बच्चा भी ले रखी थीं। बच्चा का हाल बेहाल हो गया था। कोई जानकी देवी को बता दिया कि बगल में ही स्टेशन है। बाप रे बाप दूरी बहुत है। अब रूपसपुर से टेम्पू पकड़कर घर चले जाएंगे।
आप भी भूलकर भी दीघा से पाटलिपुत्र स्टेशन की ओर जाने का साहस नहीं करें। करीब 3 किलोमीटर है। रास्ता भी नहीं है। रेलवे लाइन पर चढ़कर जाना पड़ेगा। ऐसा करने से हादसा भी हो सकता है। राजापुर मोहल्ला में रहने वाले भी दम्पति पैदल ही निकलकर पाटलिपुत्र स्टेशन जा रहे थे। परेशान थे। उन दोनों पाटलिपुत्र स्टेशन से ट्रेन पकड़ के मुजफ्फरपुर जाना था।
दीघा थाने के बगल में कुर्जी निवासी मिल गये। इनको भी पाटलिपुत्र स्टेशन जाना था। पैदल ही निकलना चाह रहे थे। दोनों को बताया गया कि स्टेशन की दूरी काफी है। आप अल्पना सिनेमा के सामने से दीघा-आशियाना रूट वाली टेम्पों पकड़ ले। यहां से आशियाना मोड़ पर उतर जाए। आशियाना मोड़ (बेलीरोड) से दानापुर की ओर जाने वाली टेम्पों पकड़ ले। रूपसपुर ब्रिज के मध्य (प्रथम सीढ़ी) पर उतर जाए। इस प्रथम सीढ़ी से नीचे उतर जाए। अगर आप चाहते हैं तो टेम्पों पकड़कर स्टेशन जा सकते हैं। अगर आप टेम्पों पकड़ना नहीं चाहते हैं तो पैदल ही निकल सकते हैं। इस सलाह से धन्य होकर टेम्पों पकड़ने चला गया।
पाटलिपुत्र स्टेशन की ओर जाने के लिए बेलीरोड में आना ही पड़ेगा। दानापुर जाने के बाद बेलीरोड की ओर जाने वाले वाहन पकड़ सकते हैं। रूपसपुर ब्रिज के मध्य उतरकर सीढ़ी से नीचे उतरना पड़ेगा। अब दीघावासियों की समस्याओं को दूर करने वाली गेंद रेलवे अधिकारियों के पाले में है। दीघा में हॉल्ट बनाओं और समस्यांत करो।

आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।

No comments: