सभी लोग गंदगी को दूर करने में जुटे
महाछठ के सामग्रियों से पटा बाजार
पटना। आज से लोक आस्था के चार दिवसीय महापर्व छठ शुरू हो गया। प्रथम दिन नहाय-खाय किया गया। द्वितीय दिन खरना है। तृतीय दिन अस्ताचलगामी भगवान दिवाकर को अर्घ्य दिया जाएगा। चतुर्थ दिन उदयीमान भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया जा जाएगा। इसके साथ ही महापर्व का समापन हो जाएगा।
दानवीरों के द्वारा छठ संबंधी सामग्री दानः
राजीव
नगर
के
लोगों
ने
मित्र
मंडली
बना
रखे
हैं।
इनके
द्वारा
प्रत्येक
साल
महापर्व
के
असवर
छठ
संबंधी
सामग्री
दान
किया
जाता
है।
आज
दानवीरों
ने
लगभग
50 हजार
रूपए
के
समान
खरीदकर
दान
कर
दिए।
सूप,नारियल,हुमाद,अगरबत्ती आदि वितरण किए गए। सामग्री वितरण करने वाले दानवीरों में संजय सिंह, विजय सिंह,नीरज सिंह,पप्पू सिंह, अमीत सिंह आदि थे।
गंदगी प्रसार करने वाले महादलितों ने सफाई किएः
दीघा-पटना रेलखंड के दीघा हॉल्ट के पास गंदगी प्रसार करने वाले महादलित मुसहर समुदाय के नौजवानों ने सफाई करके गंदगी दूर भगाया। पानी जाने के लिए पाइप लगा दिए हैं। जहां कीचड़ है वहां पर बालू डालने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसा करने से व्रतियों को जाने और जाने में दिक्कत नहीं होगी।
महाछठ के सामग्रियों से पटा बाजारः प्रशासन से बेखौफ होकर समान बेचा जा रहा है। सामग्रियों के मूल्य में उछाल होने से खरीददार मंद पड़ गए हैं। महाछठ के अवसर पर इस्तेमाल करने वाले सामग्रियों से दीघा हाट,कुर्जी मोड, बालूपर आदि जगहों पर पट गया है। जो लकड़ी 100 रू.
में
5 किलोग्राम
बिक
रहा
था।
उसमें
20 रू.
कम
करके
80 रू.
में
5 किलो
दिया
जा
रहा
है।
यह
निश्चित
तौर
पर
कहा
जा
सकता
है
कि
प्रति
दर्जन
केला
की
कीमत
60 रू.कहा गया। नियमित केला खरीददार कहने पर प्रति दर्जन 50 रू.
में
केला
दे
दिया।
क्रेता
को
विक्रेता
से
जरूर
ही
मोलजोल
करने
की
जरूरत
है।
ऐसा
करने
से
वास्तविक
मूल्य
पर
समान
मिलेगा।
आलोक कुमार
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