फेयर फील्ड कॉलोनी में स्थित आशा दीप से
पटना। ईसाई समुदाय की वार्षिक युख्रीस्तीय यात्रा 23 नवम्बर को होगी। कुर्जी पल्ली परिषद के द्वारा आयोजित यात्रा में पटना शहर के ईसाई समुदाय भाग लेंगे। कोई 10 हजार लोगों की भाग लेने की संभावना है।
ईसाई धर्मावलम्बी पटना डीनरी के दानापुर, खगौल,फुलवारीशरीफ, मनेर, राजा बाजार, आईजीआईएमएस, पाटलिपुत्र, चकारम, कुर्जी, बालूपर,मखदुमपुर,बांसकोठी,मरियम टोला,फेयर फील्ड कॉलोनी आदि से आकर आशा दीप,दीघा में जमा होंगे।
दीघा फेयर फील्ड कॉलोनी में आशा दीप है। यहां पर दोपहर 2 बजे से प्रार्थना सभा आरंभ की जाएगी। प्रार्थना सभा में शामिल होने वाले लोग कतारबद्ध हो जाएंगे। आगे की ओर बढ़ने लगेंगे। प्रार्थना करेंगे और बीच-बीच में गीत और भजन भी गाएंगे। पवित्र बाइबिल से लिए गए महत्वपूर्ण वाक्यांश को बैनर में लिखकर हाथ में थमकर चलेंगे।
क्या है युख्रीस्तीय यात्राः ईसाई समुदाय प्रभु येसु ख्रीस्त के प्रति अपनी भक्ति एवं विश्वास की उद्धघोषणा करने के लिए युख्रीस्तीय यात्रा में आते हैं। इस यात्रा के नेतृत्वकर्ता के हाथ में विशेष तरह के बने पात्र में ‘परमप्रसाद’ रहता है। ईसाई समुदाय धार्मिक अनुष्ठान के समय जो ‘परमप्रसाद’ ग्रहण करते हैं। यह विश्वास है कि इस परमप्रसाद के रूप में प्रभु येसु ख्रीस्त का शरीर ग्रहण किया जाता है।
इस युख्रीस्तीय यात्रा को जतरा भी कहा जाताः जतरा के दिन जन्म लेने वाले पुरूष को ‘जतरा’ और स्त्री को ‘जतरी’ भी नाम रखा जाता है। इस नामकरण से सीधे बोध हो जाता है कि अमुख का जन्म युख्रीस्तीय यात्रा के दिन ही हुआ है।
आलोक कुमार

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