मां-बाप को खो देने के बाद ‘पप्पू’हो गया अनाथ

चुनते हैं तो खाते हैं!: जन्मजात विकलांग
पप्पू कुमार परेशान हैं। निःशक्ता सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लिए आवेदन दिए। पांच
बार आवेदन दिए। आवेदन के साथ रकम भी दलाल ले जाते हैं। अबतक हजारों रूपए व्यय कर
चुके हैं। पप्पू कहते हैं कि वोटर सूची में नामदर्ज हैं। खाघ सुरक्षा योजना के तहत
अनाज मिलता नहीं है। कागज आदि चुनते हैं तब ही खाना खाते हैं। नहीं तो भूखे ही सो
जाना पड़ता है।
तन्हा रहने को बाध्य हैं पप्पू।
सूअर के बखौरनुमा घर में रहते हैं। भाई और भाभी ध्यान और ख्याल नहीं करते हैं।
आलोक कुमार
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