Monday 3 November 2014

पेंशन से महरूम जन्मजात विकलांग


मां-बाप को खो देने के बाद पप्पूहो गया अनाथ

पटना। पटना नगर निगम के वार्ड नम्बर 19 में यारपुर मुसहरी है। इस मुसहरी में जाने के लिए शिवाजी पथ से गुजरना होगा। इसी मुसहरी में स्व.तेतर मांझी और स्व.कांति देवी के 2 पुत्र और 1 पुत्री रहती हैं। पुत्र तुफानी मांझी और पप्पू कुमार हैं। पुत्री कौसमी देवी हैं। तुफानी और कौसमी की शादी हो गयी है। अभी पप्पू कुमार 28 साल के हो गए हैं। विवाह नहीं हो सका है। कारण साफ है वह जन्मजात विकलांग हैं। इसी अवस्था में रद्दी कागज आदि चुनकर जीविकोर्पाजन करते हैं। फिलवक्त वह अकेले ही जिंदगी काट रहा है।

चुनते हैं तो खाते हैं!: जन्मजात विकलांग पप्पू कुमार परेशान हैं। निःशक्ता सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लिए आवेदन दिए। पांच बार आवेदन दिए। आवेदन के साथ रकम भी दलाल ले जाते हैं। अबतक हजारों रूपए व्यय कर चुके हैं। पप्पू कहते हैं कि वोटर सूची में नामदर्ज हैं। खाघ सुरक्षा योजना के तहत अनाज मिलता नहीं है। कागज आदि चुनते हैं तब ही खाना खाते हैं। नहीं तो भूखे ही सो जाना पड़ता है।
तन्हा रहने को बाध्य हैं पप्पू। सूअर के बखौरनुमा घर में रहते हैं। भाई और भाभी ध्यान और ख्याल नहीं करते हैं।


आलोक कुमार

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