पटना। क्रिसमस मनाने के मूड में ईसाई समुदाय आ गए हैं। भारतीय ईसाई ठंड में और ऑस्ट्रेलियाई ईसाई गर्मी में क्रिसमस मनाते हैं। मौसम के कारण उत्साह में फर्क नहीं पड़ता है। जोरशोर से क्रिसमस केक बना रहे हैं या ऑडर देकर केक मना रहे हैं। जैसे-जैसे क्रिसमस की तिथि निकट आ रही है। वैसे-वैसे विभिन्न जगहों पर कार्यक्रम होने लगा है। संत माइकल उच्च विद्यालय में संचालित संध्याकालीन विद्यालय के बच्चों के लिए खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित की गयी। वहीं हार्टमन उच्च विद्यालय में क्रिसमस मिलन समारोह मनाया गया। पटना वीमेंस कॉलेज में भी क्रिसमस मिलन समारोह आयोजित की गयी। रविभारती कैरोल प्रतियोगिता में पटना वीमेंस कॉलेज की आईकफ की गायकों के द्वारा प्रस्तुत ‘एक सितारा सबके प्यारा, अम्बर पर चमक रहा,ये तो ले के जाएगा,हमको ऐसे द्वार जन्म जहां लेने वाला जग के तारणहार’। इस भक्ति गीत को रविभारती संचार केन्द्र के हॉल में बैठे लोग गुनगुनाने को विवश हो गए।
मध्यरात्रि 24 दिसम्बर को बालक के रूप में प्रभु येसु ख्रीस्त का अवतरणः बेतलेहेम के गौशाले में चरनी में है लेटा, येसु नाजरी नाम है उसका, वो है खुदा का बेटा। जी हां, 2014 साल हो गए। खुदा का बेटा येसु को गौशाला में जन्म लेना पड़ा। येसु के पालक पिता जोसेफ और मां मरियम को सराय में जगह ही नहीं मिली। जगह मिली भी तो वह गौशाला। खुशी मनाओ, गाओ रे, जन्मा है येसु राजा। जन्मा है येसु राजा। फरिश्ते आकर चरवाहों को को ये पैगाम सुनाया। ओ... जाओ, देखो बेतलेहेम में मुक्तिदाता आया....मुक्तिदाता आया। ताली बजाओं, गाओ रे, जन्मा है येसु राजा। बेतलेहेम के गौशाले में, चरनी में हैं लेटा.. चरनी में है लेटा। येसु नाजरी नाम है है उसका, वो है खुदा का बेटा ... वो है खुदा का बेटा। ढोल बजाओं, गाओ रे , जन्मा है येसु राजा। इस समय जगह-जगह पर गौशाला तैयार किया जा रहा है। इसी गौशाला में मध्यरात्रि 24 दिसम्बर को बालक के रूप में प्रभु येसु ख्रीस्त का अवतरण होगा।
जब
गड़ेरिये डर गएः संसार के मुक्तिदाता बालक येसु का जन्म हुआ। इस आशय का संदेश
देवदूत सुनाने निकले। बेतलेहेम पाए एक मैदान है। भेड़ी,वहां नित चरती है। आधी रात पहुंचती है, गड़ेरिये जग जाते हैं। झुण्ड की रखवाली करते हैं। आपस में बातचीत करते हैं।
एकाएकी क्यों डरते हैं? आसमान की ओर क्यों देखते हैं?
स्वर्गीय रोशनी चमकती है। एक दूत दिखाई देता है। गड़ेरिये
डर जाते हैं। भागने की इच्छा करते हैं। ईश्वर का दूत यों बोलता है,तुमको कुछ डरना नहीं है। ताणकर्ता अभी जन्मा है। यह बड़े आनंद
की बात है। वह बेतलेहेम में जन्मा है। उसका दर्शन तो करना है। ईश्वर का दूत फिर
बोलता है। बालक चरनी में पड़ा है। और कपड़े में लपेटा है। यही उसका पता है। गड़ेरिया
खूब राजी हैं। और बेतलेहेम को दौड़ते हैं।
चमका एक
अनोखा ताराः आया येसु राजा,आया जगत में आया,सब मिलकर गाओ, खुशिया मनाओ,
येसु राजा आया, आया
येसु...। चमका एक अनोखा तारा, चहुंदिशी गूंजा
है यह नारा। सब जन आओ,शीश नवाओ, प्रभु का लाल आया...।आज जगत का मिटा अंधेरा, जाग उठा है नया सबेरा। सबको जगाओ, संदेश
सुनाओं, जगतपाल आया। पाप से हमें बचाने आया, प्रेम की ज्योति जलाने आया। सबको बुलाओ,जय गीत गाओ, प्रभु कृपालु आया। अनोखा तारा को ही
देखकर तीन राजा भी बालक येसु के गौशाला तक पहुंचे। चमका तारा गौशाले तक पहुंचकर
रूक गया। तीन राजाओं ने बालक येसु का दण्डवत किए। तेरी जय जयकार,अमन के राजकुमार आज हमारे दिल में जन्म ले। हे प्रभु येसु
महान..। द्योर अंधेरा था, राहे उलझी थीं,
ये जमीं कुछ थी, आसमां कुछ
था। तूने आकर फिर संभाला...। हे प्रभु येसु महान। क्या चढ़ाएं हम, भेंट में तुझको। सोना, नूर, लोबान, नहीं पसंद तुझको। प्रेम से दिल भर दे मेरा..। हे प्रभु येसु महान।
रविभारती
कैरोल प्रतियोगिताः राजधानी में संचालित ईसाई शिक्षण संस्थाओं के द्वारा 29 गायक दल बनाया गया था। इनको अंग्रेजी और हिन्द्री में
क्रिसमस कैरोल सॉग प्रस्तुत करना था। इस प्रतियोगिता में तीन लोगों को जज बनाया
गया था। इस अवसर पर लोयोला संस्था के सुपेरियर ब्रदर सिरिल को मुख्य अतिथि बनाया
गया। स्वत्रंत पत्रकार फ्रैंक क्रिश्नर ने प्रतियोगिता का संचालन किया। पटना
वीमेंस कॉलेज और डॉन बोस्को एकडेमी के स्टाफ ने हिन्द्री और अंग्रेजी सॉग में विजय
द्योषित हुए। इसके पहले फादर इग्नासियुस अब्राहम ने आगत लोगों का स्वागत किया।
मुख्य अतिथि के हाथों विजयी प्रतिभागियों को पदक देकर सम्मानित किया गया।
21 दिसम्बर
को कुर्जी पल्ली में क्रिसमस मिलन समारोहः कुर्जी पल्ली परिषद के सदस्य सुशील लोबो
ने बताया कि 21 दिसम्बर को कुर्जी पल्ली में
क्रिसमस मिलन समारोह होगा। इस अवसर पर बाइबिल क्विज और क्रिसमस चित्रांकन
प्रतियोगियों के विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा। वहीं 23 दिसम्बर को संत विन्सेंट डी पौल समाज के कुर्जी शाखा के द्वारा क्रिसमस
भोज का आयोजन किया गया है।
12 दिसम्बर को कोठिया ग्राम से शुरू और 20 दिसम्बर
को हुआ अंतः कोठिया, मखदुमपुर, फेयर फिल्ड कॉलोनी, मरियम टोला, मगध कॉलोनी, बांसकोठी, गंगा विहार,बालूपर,शिवाजी नगर समेत दर्जनों संस्थानों में जाकर
क्रिसमस सॉग पेश किया गया।
आलोक
कुमार
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