देशवासी
झारखंड के लाल महेन्द्र सिंह धोनी पर गर्व करते हैं। आखिर हो क्यों नहीं? अनहोनी को होनी करने दिखा देते हैं। इनके ही नेतृत्व में 2007 में टी-20 में टीम इंडिया
वर्ल्ड क्रिकेट में शानदार धमाका किया था। 1983 में वर्ल्ड कप पर फतह करने के 28 साल के
बाद 2011
में द्वितीय बार वर्ल्ड कप जीत पाने में कामयाब हो सके। इस तरह की जीत पर ही संतोष नहीं हुआ। 2013 में चैम्पियन कप पर भी कब्जा कर लिया। आईसीसी द्वारा 3 तरह की आयोजित प्रतियोगिता जीतने वाला प्रथम कप्तान बन गया। अब ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पोंटिंग और वेस्ट इंडीज के कप्तान क्लाइव लॉड के द्वारा वर्ल्ड कप 2 बार जीतने पर निशाना लगा रखा है।अब कुछ दिनों के बाद 14 फरवरी से वर्ल्ड कप शुरू होने वाला है। 29 मार्च को फाइनल खेला जाएगा।
में द्वितीय बार वर्ल्ड कप जीत पाने में कामयाब हो सके। इस तरह की जीत पर ही संतोष नहीं हुआ। 2013 में चैम्पियन कप पर भी कब्जा कर लिया। आईसीसी द्वारा 3 तरह की आयोजित प्रतियोगिता जीतने वाला प्रथम कप्तान बन गया। अब ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पोंटिंग और वेस्ट इंडीज के कप्तान क्लाइव लॉड के द्वारा वर्ल्ड कप 2 बार जीतने पर निशाना लगा रखा है।अब कुछ दिनों के बाद 14 फरवरी से वर्ल्ड कप शुरू होने वाला है। 29 मार्च को फाइनल खेला जाएगा।
इस बीच यह
कयास लगाया जा रहा था कि अस्वस्थ्य रवीन्द्र जडेजा के बदले में युवराज सिंह का चयन
होगा। गौरतलब है कि युवराज का चयन 30 संभावित
खिलाड़ियों के रूप में नहीं किया गया था। रणजी ट्रॉफी मैच में 1 अर्द्धशतक और 3 शतक के साथ 520 रन बनाए हैं। इसमें सर्वाधिक 182 रन है। 2011 के मैच ऑफ दी मैच भी हैं। युवराज के
हालिया और पूर्व के प्रदर्शन करने के बावजूद भी चयनकर्ताओं और कप्तान धोनी को
विश्वास में नहीं ले सके।
आलोक
कुमार
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