Wednesday, 7 January 2015

अब तुम्हारे हवाले क्रिकेट साथियों


देशवासी झारखंड के लाल महेन्द्र सिंह धोनी पर गर्व करते हैं। आखिर हो क्यों नहीं? अनहोनी को होनी करने दिखा देते हैं। इनके ही नेतृत्व में 2007 में टी-20 में टीम इंडिया वर्ल्ड क्रिकेट में शानदार धमाका किया था। 1983 में वर्ल्ड कप पर फतह करने के 28 साल के बाद 2011
में द्वितीय बार वर्ल्ड कप जीत पाने में कामयाब हो सके। इस तरह की जीत पर ही संतोष नहीं हुआ। 2013 में चैम्पियन कप पर भी कब्जा कर लिया। आईसीसी द्वारा 3 तरह की आयोजित प्रतियोगिता जीतने वाला प्रथम कप्तान बन गया। अब ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पोंटिंग और वेस्ट इंडीज के कप्तान क्लाइव लॉड के द्वारा वर्ल्ड कप 2 बार जीतने पर निशाना लगा रखा है।अब कुछ दिनों के बाद 14 फरवरी से वर्ल्ड कप शुरू होने वाला है। 29 मार्च को फाइनल खेला जाएगा। 

देश-विदेश-प्रदेश के क्रिकेट प्रेमियों की नजर भारत के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी पर जाकर टिक गया है। क्या कप्तान कूलसे विख्यात होने वाले महेन्द्र सिंह धोनी सहित 15 सूरमाओं के द्वारा 2 बार  वर्ल्ड कप जीतने का कारनामा 2015 में हो सकता हैं? इसको लेकर बहसबाजी और कयासबाजी जोरों पर है। बीसीसीआई के 5 सदस्यीय चयनकर्ताओं ने ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड में होने वाले वर्ल्ड कप के लिए 15 क्रिकेटरों का चयन कर दिया है। विश्व कप के लिए 15 खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी, शिखर धवन, रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, विराट कोहली, सुरेश रैना, अंबाती रायडू, रविंद्र जडेजा, आर अश्विन, अक्षर पटेल, भुवनेश्वर कुमार, ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, स्टुअर्ट बिन्नी और उमेश यादव को टीम में जगह मिली है। 2011 के वर्ल्ड कप विजेता है। इसकी रक्षा कर कह दिया गया है। अब तुम्हारे हवाले क्रिकेट साथियों...। 
अब कप्तान धोनी के हाथ में नाव दे दी गयी है। अभी टीम इंडिया

इस बीच यह कयास लगाया जा रहा था कि अस्वस्थ्य रवीन्द्र जडेजा के बदले में युवराज सिंह का चयन होगा। गौरतलब है कि युवराज का चयन 30 संभावित खिलाड़ियों के रूप में नहीं किया गया था। रणजी ट्रॉफी मैच में 1 अर्द्धशतक और 3 शतक के साथ 520 रन बनाए हैं। इसमें सर्वाधिक 182 रन है। 2011 के मैच ऑफ दी मैच भी हैं। युवराज के हालिया और पूर्व के प्रदर्शन करने के बावजूद भी चयनकर्ताओं और कप्तान धोनी को विश्वास में नहीं ले सके। 
आलोक कुमार









No comments: