जन संगठन
के कार्यकर्ता से राजनीतिज्ञ बन गए केजरीवाल
दस लाख के
कोर्ट पहने वाले पीएम के दल को दस रू. का मफलरमैन ने पराजित कर दिया
नयी
दिल्ली। आप के संस्थापक अरविन्द केजरीवाल को झूठा, अराजक, नक्सली, भगोड़ा, जंगल में चले जाने का परामर्श देने
वाले लोगों की बोलती बंद हो गयी। कांग्रेस को मिटाने चली मोदी सरकार के अश्वमेघ
घोड़ा पर लगाम लगाने में आप समर्थ हो गया। 70 सीट वाली विधान सभा में बीजेपी को 32, आप को 28,कांग्रेस 8 और निर्दलीय को 2 सीट मिली।
कांग्रेस की वैशाखी के सहारे आप ने 49 दिन शासन किए। 13 दिसम्बर,2013 को मुख्यमंत्री
के रूप में शपथ ग्रहण किए और 14 फरवरी,2014 को इस्तीफा दे दिया। अतीत के इतिहास को ऐतिहासिक बनाने के
लिए 14 फरवरी,2015 में रामलीला मैदान में अरविन्द केसरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री की शपथ
लेंगे।
इस बार
दिल्ली की जनता ने 5 साल केजरीवाल का नारा और गीत
प्रस्तुत कर अप्रत्याशित 67 सीट आप को दे
दिया है। 67 साल की कांग्रेस को शून्य पर आउट कर
दिए। दिल्ली में 15 साल तक सत्ता संभालने वाली कांग्रेस
का खाता ही नहीं खुल सका।केन्द्र पर फतह हासिल करने के बाद मोदी सरकार ने कांग्रेस
को प्रदेश से भी खदेड़ने में सफल होने लगे। मोदी सरकार ने अत्यंत यकीन कर रहे थे कि
काफी मत से दिल्ली भी फतह कर लेंगे। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी मोदी को
दिल्ली फतह करने में सहायक नहीं बन सके। इस बार बीजेपी को 3 सीट पर ही संतोष करना पड़ा।
अमेरिका
के राष्ट्रपति बराक ओबामा को चाय पीलाने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने
अरविन्द केजरीवाल को चाय पिलाने के लिए बुलावा दिया है। ट्वीट करके पीएम मोदी ने
केजरीवाल को चाय पिलाएंगे। खैर, आप के ऐतिहासिक
विजयी होने पर पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार,पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव,मुख्यमंत्री ममता बनर्जी,कांग्रेस के
युवराज राहुल गांधी,बीजेपी के भावी सीएम किरन बेदी आदि
ने अरविन्द केसरीवाल को बधाई दी है। जन लोकपाल के आंदोलन के सूत्रधार अन्ना हजारे
ने भी आर्शाीवाद दिया। इस जीत ने विरोधियों को ऑक्सीजन देने का कार्य किया है। अब
विरोधियों ने उम्मीद कर लिए हैं कि दिल्ली की तरह ही मोदी के रथ को रोका जा सकता
है। इस दिशा में प्रयास जारी है। महादलित मुसहर समुदाय के बेटा जीतन राम मांझी को
खड़ाऊं सीएम बनाकर सीएम की कुर्सी छिनने का प्रयास शुरू कर दिए हैं। बिहार से उड़कर
दिल्ली जा पहुंचे हैं। इसमें जदयू,राजद,कांग्रेस,सीपीआई और
निर्दलीय विधायक हैं।
इस बीच
निर्वाचित विधायकों ने अरविन्द केसरीवाल को आप विधायक दल के नेता मनोनीत कर दिए
है। इस तरह दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने का मार्ग अरविन्द केसरीवाल के लिए खोल दिया
है। धरना देने में माहिर अरविन्द केसरीवाल 14 फरवरी,2015 को रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री
के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे।इस समय आप को सत्ताधारी और विपक्षी की भूमिका निर्वाह
करनी पड़ेगी।
आप का
मंगवलवार 10 फरवरी,2015 मंगलमय रहा। कुमार विश्वास को जन्मदिन भी मनाया। आप की जीत पर मिठाई और
कुमार विश्वास के जन्मदिन पर केक कटा। दिनभर आप के कार्यकर्ता से लेकर नेता तक
उत्साहित रहे। योगेन्द्र यादव तो आप को 51 से 57 सीट जीतने का भविष्यवाणी किए थे। तब हंसी के पात्र बन गए थे।
तमाम आकलन को हासिए पर लाकर आप को ऐतिहासिक 67 सीट प्राप्त हुआ।
आलोक
कुमार
No comments:
Post a Comment