बच्चों
को खोज-खोजकर परिजन हलकान
पटना।
पटना जंक्शन से 25 अगस्त 2014 को अंजलि कुमारी (5 साल) और दीघा
मुसहरी से 20 मई 2015 को बैजू कुमार(7साल) और लक्खी
कुमार (4 साल) लापता है। दोनों मामला पटना जिले से
संबंधित है। मंत्रियों और अधिकारियों की जी हुजूरी करने वाले पुलिसकर्मियों को
धिक्कार है। जो महादलित मुसहर समुदाय के बच्चों को खोज निकालने की दिशा में
पहलकदमी ही नहीं किए।

हुआ यह कि
पटना जिले के बिहटा प्रखंड के राद्योपुर पंचायतमें स्थित बिहटा बंगला मुसहरी में
रहने वाले समन मांझी की लाडली बेटी अंजलि कुमारी बिछड़ गयी हैं। समन मांझी और जीतनी
देवी के तीन बच्चियां हैं। परेशान और हलकान पिता समन मांझी कहते हैं कि उनकी पत्नी
जीतनी देवी मैयके जा रही थीं। अपने साथ बेटी अंजलि कुमारी को भी साथ ले ली। 25 अगस्त को बंगला मुसहरी स्थित घर से निकली। वह बिहटा जंक्शन
जाकर रेल पर चढ़ गयी । पटना जंक्शन पर उतर गयीं। मैयके सजनपुर मसाढ़ी, फतुहा जाने के पहले जंक्शन पर घुमने लगे। नानी के घर जाने के
पहले अंजलि कुमारी घुमने के लिए मचलने लगी थीं। जो बिछड़ने का कारण हो गया। गौर
करने वाली बात है। 5 वर्षीय बेटी का हाथ पकड़कर मां चल
रही थीं। दोनों हाथ पकड़कर चल रहे ही रहे थे। इस बीच भीड़ के कारण मां-बेटी की हाथ
छुट गयी। आज भी लाडली बेटी परिवार से दूर ही हैं।
अपनी
लाडली बेटी अंजलि कुमारी की तस्वीर लेकर पिता समन मांझी भटक रहे हैं। अव्वल
श्सुराल सजनपुर मसाढ़ी, फतुहा गए। ससुर का नाम रामाशीष मांझी
हैं। इसके बाद बदलाचक मुसहरी,परसा गए।
लोहानीपुर, पटना के बाद दीघा मुसहरी शबरी कॉलोनी
आ गयी। यहां पर समन मांझी के चचेरी बहन बसंती देवी रहती हैं। समन मांझी दुखित हैं।
उन्होंने कहा कि अगर किसी को गुलाबी रंग के सलवार और कुर्ती पहनी 5 वर्षीय अंजलि कुमारी नामक बच्ची मिले। आप विक्राता कुमार के
मो. 9931126082 पर सूचित कर दें।

संपूर्ण मामला यह है कि 20 मई 2015 को 10 बजकर 30 मिनट का समय होगा। हर रोज की तरह पटना घाट से दीघा हॉल्ट तक
शहीद गाड़ी चलती है। दीघा हॉल्ट पर आकर गाड़ी रूकती है और उस गाड़ी से अनजान व्यक्ति
उतरता है। वहाँ पर अनेक बच्चे खेलते हैं। उन्हीं बच्चों में बैजू और लक्खी भी
शामिल थे।
दुर्भाग्य
से स्व. नन्की मांझी और रिंकु देवी के पुत्र बैजू कुमार (7 साल) और मारूति मांझी और सुनीता देवी के पुत्र लक्खी कुमार (4 साल) नामक बच्चे चॉकलेट लेने के चक्कर में पड़ गए। वह अनजान
व्यक्ति चॉकलेट बच्चों को थमा दिया और दोनों खाने लगे। अनजान व्यक्ति ने और अधिक
चॉकलेट खिलाने का बहाना बनाकर बच्चों को साथ लेते चला गया।

बच्चों के बारे में जानकारी आज 7 दिनों के बाद भी नहीं मिली। इधर माँ-बाप और उधर बच्चे बिलबिला
रहे हैं। बच्चों के परिजनों के द्वारा इस गर्मी की परवाह किए बिना ही बच्चों को
खोज रहे हैं। किसी तरह की सुराग मिलते ही परिजन दौड़ लगाने को बाध्य हो रहे हैं।
कुछ बच्चों ने बताया कि राजीव नगर में बच्चों को बांधकर रखा गया है। जबतक लोग
पहुँचते बच्चों को अन्यत्र ले लिया गया। आलोक कुमार को मो.9939003721
पर सूचित कर दें।
आलोक
कुमार
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