Friday 10 July 2015

बिहार विधान सभा के द्वार पर सत्याग्रह करके जेल जाने वालों को सरकार सम्मानित करें

38 जिले के करीब साढ़े तीन हजार सत्याग्रही जेल गए थे

इनको सी0 एल0 ए0 एक्ट 1942 के तहत गिरफ्तार किया गया

पटना। राजनीतिक दलों के द्वारा चुनावी मौसम में मतदाताओं को लुभाने का समय आ गया है। इसके आलोक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीसा और डी0आई0आर0 के तहत जेल जाने वालों को तोहफा दिया है। पेंशन प्राप्त करने वाले जेपी सेनानियों को खुश करने के सिलसिले में मीसा के तहत जेल जाने वालों को मिलने वाले 5 हजार रू. में इजाफा करके 10 हजार रू. कर दिया गया है।लगे हाथ डी0आई0आर0 के तहत जेल जाने वालों को 2 हजार 500 रूपए में बढ़ोतरी कर 5 हजार रूपए कर दिया है। पेंशनधारियों के परलोक चले जाने पर उनके आश्रितों को पेंशन देने की घोषणा कर दी है। उनको स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध भी करवायी जा रही है। 

वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के द्वारा जेपी आंदोलन में जेल जाने वालों को दो धड़ में बांटकर रख दिया है।एक धड़ मीसा और डी0 आई0 आर0 के तहत जेल जाने वाले हैं। उनको पेंशन देकर सम्मानित किया गया है।दूसरा धड़ सी0 एल0 ए0 एक्ट के तहत जेल जाने वाले हैं। उनको पेंशन न देकर सरकार अपमानित करने में तुली हुई है। एक को दुलार और दूसरे को दुत्कार का सिलसिला बदस्तूर जारी है।

बताते चले कि शाह आयोग की अनुशंसाओं के आलोक में मीसा एवं डी0आई0आर0 में बंद किये गये राजनैतिक कैदियों को सम्मानित करने का निर्णय लिया गया था। मगर सी0 एल0 ए0 एक्ट 1942 के तहत जेल जाने वालों के पक्ष में स्पष्ट निर्णय नहीं लिया गया। इस संदर्भ में परामर्श समिति के सदस्य कुमार शुभमूर्ति जी ने कहा कि सरकार प्रथम चरण में सिर्फ मीसा और डी0 आई0 आर0 के तहत जेल जाने वालों को ही सम्मानित किया जा रहा है। जो व्यक्ति सी0 एल0 ए0 के तहत जेल गये हैं उनके बारे में सरकार से वार्ता की जा रही है। सरकार के समक्ष सी0 एल0 ए0 एक्ट वालों को भी सम्मानित करने का प्रस्ताव प्रेषित किया जाएगा। इसका परिणाम सामने नहीं आ रहे हैं। हाल में संपन्न कैबिनेट की बैठक में सिर्फ मीसा और डी0आई0आर0 के पक्ष में पेंशन में बढ़ोतरी करने का निर्णय लिया गया। इससे सूबे के 38 जिले के करीब साढे़ तीन हजार से ऊपर जेपी सेनानी हैं।जो बिहार विधान सभा के द्वार पर सत्याग्रह करने के दरम्यान जेल गये थे। 

फिलवक्त सी0 एल0 ए0 एक्ट 1942 राजनीतिक कैदियों को हाशिये पर ही रख दिया गया है। इसको लेकर सन् चौहतर के जाबाज सिपाहियों में आक्रोश व्याप्त है। सन् चौहतर में लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में चलाये गये आंदोलन के दौरान विधान सभा भंग करने की मांग को लेकर चली ‘ जेल भरो अभियान ’के सिलसिले में 13 जून 1974 को विधान सभा के द्वार पर विधायकों के मार्ग अवरूद्ध कर इस्तीफा मांगने के सवाल पर गिरफ्तार कर केन्द्रीय कारा, बक्सर जाने वाले बांसकोठी, दीघा के जौर्ज केरोबिन ने कहा है कि उनके साथ अन्य साथियों को धारा 143ए 188ए 341ए आई.पी.सी.7 गर्दनीबाग 24.6.74 सी0 एल0 ए0 एक्ट 1942 अधीन गिरफ्तार 13.6.74 को किया गया। फिलहाल ऐसे लोगों पर विचार नहीं किया जा रहा है।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह किया गया है कि सी0 एल0 ए0 एक्ट 1942 के तहत जेल जाने वालों को भी पेंशन देकर सरकार सम्मानित करें।

आलोक कुमार


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