Saturday 9 March 2013

7 साल से मुसहर समुदाय मझधार में

7 साल से मुसहर समुदाय मझधार में

स्वयं सहायता समूह निष्क्रिय और ठप पड़ गया

 अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय का नेतृत्व करने वाले फादर और सिस्टरों के द्वारा किसी खास मिशन के लिए संस्था बनाते हैं। जो कालान्तर में विशुद्ध पेशेवर रूख अपना लेते हैं। खुद के मतलब को लेकर गरीबों के द्वार पहुंचने वाली गैर सरकारी संस्था बाद में खुद ही अपने निर्णय में परिवर्तन करके गरीबों को मझधार में छोड़कर गरीबों से रूखसत कर लेते हैं। इसी तरह के .एन.जी. के कारनामे के शिकार महादलित मुसहर हो गये हैं। उनको अभी काफी दिक्कत होने लगी है।
     बिहार सरकार के द्वारा पंजीकृत संस्था कुर्जी होली फैमिली हॉस्पीटल सोसायटी है। इस सोसायटी के द्वारा कुर्जी होली फैमिली हॉस्पीटल संचालित है। हॉस्पीटल के इनकम को दिखाने एवं सरकार को टैक्स देने से बचने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खोला गया है। आरंभ में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को रूरल एरिया फुलवारीशरीफ में और अरबन एरिया के लिए हॉस्पीटल परिसर में ही खोला गया। इसके द्वारा टीकाकरण और डाक्टरी सुविधाएं उपलब्ध करायी जाती थी। इधर अरबन एरिया,कुर्जी के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के द्वारा ग्रामीण विकास का भी कार्य करना शुरू कर दिया गया है। इसके तहत रूरल और अरबन एरिया चुना गया है। अरबन में नासरीगंज,रामजीचक,नाच बगीचा,दीघा मुसहरी आदि का चयन किया गया। रूरल में दीघा बिन्द टोली का चयन किया गया। यहां पर प्रशिक्षु नर्सों को मुन्खीकरण शिक्षा देने के लिए लाया जाता है। इसी क्रम में नासरीगंज में स्थित मुसहरी में स्वयं सहायता समूह खोला गया। उस समय तक सब कुछ सामान्य था जब तक कुर्जी अस्पताल के सामुदायिक स्वास्थ्य एवं ग्रामीण विकास केन्द्र के कार्यकर्ता रहे थे। जब इस मुसहरी से पलायन कर गये तो मुसीबतों का पहाड़ बन गया है।   बैंक में पैसा जमाने के बाद बैंक से पैसा नहीं निकल पा रहा है। हर आनेजाने वालों को एन.जी.. की हरकत को बताने से बाज नहीं आते हैं।  
  पार्वती देवी का कहना है कि यहां पर 16 स्वयं सहायता समूह बनाया गया है। हर समूह को नामकरण किया गया है। दुर्गा माता स्वयं सहायता समूह बनी है। नियम बनाये गये है। प्रसव,बीमारी,शादी और मरने के बाद काम करने के लिए राशि दी जाती है। एक साल के बाद समूह की सदस्य कर्ज लेने के पात्र होते हैं। ली गयी राशि को आठ माह के अंदर लौटा देना है। 100 रू. में सिर्फ 2 रू0 सूद देता पड़ता है। अगर ऐसा नहीं करने पर नौवें महीने से अतिरिक्त 1 रू.ब्याज लगना शुरू हो जाता है।
    शारदा देवी कहती कहती हैं कि एस.बी.आई.,दीद्या में खाता खोला गया। भारतीय स्टेट बैंक में पासबुक क्रमांक 01190009532 है। बैंक ऑरेटरी में अध्यक्ष मतिया देवी,सचिव सीता सुन्दर देवी और कोषाध्यक्ष दुखनी देवी हैं। इनके द्वारा 15.10.2003 में 2397.00,16.10.2003 को 36.00 और 27.1.2007 में 50.30 पै0 जमा किया गया। कुल 2483.30 पै0 जमा है।
 स्वयं सहायता समूह के पासबुक देखने से जाहिर हुआ कि सदस्य आपस में जमा 29.7.05 तक किये हैं। इसके बाद स्वयं सहायता समूह निष्क्रिय और ठप पड़ गया है। 

                                                                     

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