Friday, 3 July 2015

हर घर दस्तक कार्यक्रम में नेताओं की बोलती बंद

हर घर में दस्तक कार्यक्रम शामिल लोगों को संबोधित करते श्वेता

बुनियादी समस्याओं को रख रहे हैं

अपमानित का दंश झेलने वाले जेपी के शिष्य भी हैं नाराज

पटना।बिहार में फिर एक बार नीतीश सरकार।बिहार में बहार हो, नीतीश कुमार हो। अभी-अभी जदयू ने पर्चा पर चर्चा सफल करके उत्साहित हो गए हैं।सी.एम.नीतीश कुमार ने हर घर दस्तक कार्यक्रम की शुरुआत की है। खुद सी.एम. भी निकल पड़े हैं। पटना सिटी स्थित बड़ी पटन देवी में पूजा किए। सती माता से बिहार में शांति और सद्भावना कायम रहने के लिए दुआ किए। जनता के दरबार लगाने वाले सी.एम. हर घर में जाकर दस्तक देने लगे। अपने द्वार पर सी.एम.को देखकर लोग उत्साहित हो उठे। हाथ जोड़कर अभिवादन देने और लेने का सिलसिला शुरू हो गया। कुछ लोगों ने अपनी समस्याओं को सी.एम. के समक्ष रखा। सी.एम.लिखित समस्याओं को लेकर पॉकेट में रखते चले गए।वहीं लोगों से आगामी चुनाव में आर्शीवाद देने का आग्रह करते रहे।

हर घर दस्तक कार्यक्रम में सरकार और जदयू के कार्यकर्ता शामिल हो रहे हैं। मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद, विधायक, पार्षद, जदयू के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव, सचिव, मीडिया प्रभारी आदि जुटे हैं।सभी लोगों का एक ही मकसद है। बिहार में बी.जे.पी. को रोकना है। वर्ष 2014 में बी.जे.पी. के समर्थन में 3 डी प्रचार तंत्र को हथियार के रूप में उपयोग करने वाले नौजवान प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार के पक्ष में प्रचार कार्य करने में जुट गए हैं। प्रशांत किशोर ने 40 सदस्यीय टीम को परिपक्व करके टीम का नेतृत्व कर रहे हैं। उनके दिशा अनुसार ही कार्य किया जा रहा है।

अबकी बार प्रत्येक दिन 10 घरों में जाकर दस्तक देना है। जिस घर में दस्तक दिए हैं, उस घर में स्टीकर चस्पा देना है। सूबे में एक साथ 10 हजार की संख्या में कार्यकर्तागण दस्तक देने लगे हैं। लोगों के घर दस्तक देकर विकास के नायक नीतीश कुमार के बारे में चर्चा करनी है।योजनाओं के बारे में जानकारी देनी है। और तो और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शानदार उपलब्धि वर्ष 2005 से 2015 तक यानी 10 साल के विकास कार्यों की गाथा को लोगों के समक्ष रखना है। लगातार 30 दिनों तक घर-घर में दस्तक देकर 1 करोड़ लोगों के समक्ष पहुँचना है। इस तरह से सीधे 3 करोड़ मतदाताओं से संर्पक कर पाएंगे।

श्वेता विश्वास स्टीकर चस्पाते
नेताओं के द्वारा केवल चुनाव के समक्ष टपकने से लोग खफा हैं। जनता दरबार में कतार में लगने के बाद भी समस्याओं का समाधान नहीं हो सका। हर घर दस्तक कार्यक्रम में आने वाले नेतागण कोपभाजन बन रहे हैं। लोग गंदे पानी पीने की शिकायत करेंगे। नगर विकास एवं आवास विभाग, बिहार, पटना द्वारा राजीव आवास योजनाके प्रथम चरण में राज्य के 38 जिला मुख्यालय के नगर निकायों को इस योजना में शामिल किया गया है। अभी तक राशि विमुक्त नहीं की गयी है।जेपी आंदोलन के दौरान जेल जाने वाले को पेंशन नहीं दिया जा रहा है जो सी.एल.ए.एक्ट 1942 के तहत गिरफ्तार किए गए है।बुनियादी समस्याओं के साथ जंगल राज के खिलाफ चुनाव लड़े और पुनः जंगल राज के पोषक के साथ हाथ मिलाने को लेकर लोग नाराज हैं।इन सवालों से नेताओं के मुँह से वाणी तक निकल नहीं पा रहा है।बहरहाल 60 दिनों के अंदर ही चुनाव होने वाला है। चुनावी वैतरणी पार करने की कवायद तेज कर दी गयी है। शहर में जदयू के द्वारा बड़े-बड़े होल्डर लगाए गए है। बीजेपी के द्वारा दीवार लेखन तेज कर दिया गया है। अब आने वाले कल ही पता चल पाएंगा कि सत्तारूढ़ पार्टी कौन बनेगा?


आलोक कुमार

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