पांचवी बार नीतीश कुमार की ताजपोशी
गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह
पटना। बिहार के कार्यवाहक मुख्यमंत्री हैं नीतीश कुमार। बिहार के माननीय राज्यपाल रामनाथ कोविंद मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार को शपथ दिलवाएंगे। भव्य शपथ ग्रहण समारोह गांधी मैदान में होगा। 20 नवम्बर
को
2 बजे
दिन
में
ताजपोशी
समय
में
देश
के
कई
प्रदेशों
के
वर्तमान
और
पूर्व
मुख्यमंत्री
शामिल
होंगे।
अखिल
भारतीय
काँग्रेस
कमिटी
के
उपाध्यक्ष
राहुल
गांधी
भी
उपस्थित
रहेंगे।
ऐतिहासिक गांधी मैदान में 1 पूर्व
प्रधानमंत्री, 9 मुख्यमंत्री, 1 लोकसभा
के
विपक्षी
नेता, 1 राज्यसभा
के
विपक्षी
नेता, 4 राजनीतिक
दलों
के
अध्यक्ष, 7 पूर्व
मुख्यमंत्री, 4 नेता, 2 मंत्री, 1 राज्यसभा
के
पूर्व
सांसद, 3 लोक
सभा
के
पूर्व
सांसद,1 उपाध्यक्ष
दिन
और
1 जेनरल
सेक्रेटरी
की
जुटता
फ्राइडे
को
होगा।
जो
भविष्य
में
गुड
फ्राइडे
साबित
होगा।
अखिल
भारतीय
काँग्रेस
कमिटी
के
उपाध्यक्ष
राहुल
गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी.देवगौड़ा, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल, आसाम के मुख्यमंत्री तरूण गोगई, सिक्किम के मुख्यमंत्री पी.के.चामलिंग, मणिपुर के मुख्यमंत्री ओ.इबॉबी सिंह, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बीरभद्र सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, अरूणांचल प्रदेश के मुख्यमंत्री नबब तुकी, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारम्मैया, राज्य सभा के विपक्ष के नेता गुलाम नवी आजाद, राज्य सभा के पूर्व सांसद एचके दुआ, काँग्रेसी नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खागडे, पूर्व सांसद राम जेठमलानी, लोक सभा के पूर्व सांसद राज बब्बर, एनसीपी के पूर्व सांसद प्रफुल पटेल, एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार, जेडीयू के अध्यक्ष शरद यादव, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूख अब्दुल्ला, नेशनल लोकदल के अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह, जम्मू और काश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित,हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह होडा, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह बघेला, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेंग, महाराष्ट्र के मंत्री रामदास कदम, महाराष्ट्र के मंत्री सुभाष देसाई, बीबीएम के राष्ट्रीय नेता डॉ. प्रकाश अम्बेडकर, आईएनएलडी नेता अभय चौटाला, सीपीएम के नेता डी राजा,डीएमके के नेता टीएमके स्टालिन और सीपीआई (एम) के जेनरल सेक्रेटरी सीताराम येचुरी हैं।
सबसे पहले नीतीश कुमार ने वर्ष 1985 में
निर्दलीय
उम्मीदवार
के
रूप
में
बिहार
विधानसभा
में
प्रदार्पण
किया।
वर्ष
1987 में
नीतीश
कुमार
युवा
लोक
दल
के
अध्यक्ष
बनाए
गए।
इसके
बाद
वर्ष
1989 में
वह
बिहार
में
जनता
दल
इकाई
के
महासचिव
और
नौवीं
लोकसभा
के
सदस्य
बनाए
गए।
लोकसभा
में
अपने
पहले
कार्यकाल
के
दौरान
नीतीश
कुमार
केन्द्रीय
राज्य
मंत्री
बनाए
गए।
उन्हें
भूतल
परिवहन
और
रेलवे
मंत्रालय
का
भार
सौंपा
गया।
लेकिन
गैसल
में
हुई
भीषण
ट्रेन
दुर्घटना
के
बाद
उन्होंने
इस
पद
से
इस्तीफा
से
दिया
और
कृषि
मंत्री
बने।
वर्ष
1991 में
नीतीश
कुमार
दोबारा
लोकसभा
के
लिए
चुने
गए
और
साथ
ही
राष्ट्रीय
स्तर
के
महासचिव
बनाए
गए।
उन्होंने
लगातार
वर्ष
1989 से
2004 तक
बाढ़ निर्वाचन क्षेत्र
से
लोकसभा
का
चुनाव
जीता।
वर्ष
2001 से
2004 के
बीच
एनडीए
की
सरकार
के
कार्यकाल
के
दौरान
नीतीश
कुमार
ने
कैबिनेट
मंत्री
के
तौर
पर
रेल
मंत्रालय
संभाला।
वर्ष
2004 में
नीतीश
कुमार
ने
नालंदा
और
बाढ़
दोनों
जगहों
से
चुनाव
लड़ा, जिसमें उन्हें नालंदा निर्वाचन क्षेत्र में तो जीत प्राप्त हुई लेकिन वह अपने पारंपरिक क्षेत्र बाढ़ में हार गए। नीतीश कुमार 4 बार
बिहार
के
मुख्यमंत्री
बनाए
गए।
पहली
बार
3 मार्च
2000 में
वह
मुख्यमंत्री
पद
पर
आसीन
हुए
लेकिन
बहुमत
साबित
ना
कर
पाने
के
कारण
केवल
7 दिनों
में
ही
उन्हें
इस्तीफा
देना
पड़ा।
लेकिन
जब
वर्ष
2005 में
लालू
यादव
के
पंद्रह
वर्ष
से
चले
आ रहे एकाधिकार को समाप्त कर नीतीश कुमार ने एनडीए गठबंधन को बिहार विधानसभा चुनाव में जीत दिलवाई तब उन्हें ही प्रदेश का मुख्यमंत्री निर्वाचित किया गया। उन्होंने अपना यह कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरा किया।
अबतक बिहार में मुख्यमंत्री रहने वालों का नाम है। (1)श्रीकृष्ण सिंह ( 2 अप्रैल
1946 से
31 जनवरी
1961),(2)दीप नारायण सिंह(1 फरवरी
1961 से
18 फरवरी
1961),(3)
बिनोदानंद
झा
(18 फरवरी
1961 से
2 अक्टूबर
1963),(4)के.बी.सहाय(2 अक्टूबर
1963 से
5 मार्च
1967),(5)महामाया प्रसाद सिन्हा( 5 मार्च
1967 से
28 जनवरी
1968),
(6)सतीश
प्रसाद
सिंह(28 जनवरी
1968 से
1 फरवरी
1968),(7)
बी.पी.मंडल(1 फरवरी
1968 से
2 मार्च
1968),
(8) भोला
पासवान
शास्त्री(22 मार्च
1968 से
29 जून
1968),
राष्ट्रपति
शासन(
29 जून
1968 से
26 फरवरी
1969),(9)
हरिहर
सिंह(26 फरवरी
1969 से
22 जून
1969),(8)
भोला
पासवान
शास्त्री(22 जून
1969 से
4 जुलाई
1969
), राष्ट्रपति
शासन(
6 जुलाई
1969 से
16 फरवरी
1970)(10)
दरोगा
प्रसाद
राय(
16 फरवरी
1970 से
22 दिसम्बर
1970),
(11)कर्पूरी
ठाकुर(
22 दिसम्बर1970 से
2 जून
1971),(8)
भोला
पासवान
शास्त्री(
2 जून
1971 से
9 जनवरी
1972),राष्ट्रपति शासन (9 जनवरी
1972 से
19 मार्च
1972),(12)
केदार
पाण्डेय(
19 मार्च
1972 से
2 जुलाई
1973),(13)
अब्दुल
गफूर(2 जुलाई
1973 से
11 अप्रैल
1975),
(14)जगन्नाथ
मिश्रा(
11 अप्रैल
1975 से
30 अप्रैल
1977),
राष्ट्रपति
शासन
(30 अप्रैल
1977 से
24 जून
1977)ए (11)कर्पूरी ठाकुर (24 जून
1977 से
21 अप्रैल
1979),
(15)राम
सुन्दर
दास(
21 अप्रैल
1979 से
17 फरवरी
1980),
राष्ट्रपति
शासन(
17 फरवरी
1980 से
8 जून
1980)ए (14)जगन्नाथ मिश्रा( 8 जून
1980 से
14 अगस्त
1983),
(16)चन्द्रशेखर
सिह(
14 अगस्त
1983 से
12 मार्च
1985),
(17)बिन्देश्वरी
दुबे(
12 मार्च
1985 से
13 फरवरी
1988),
(18)भागवत
झा
आजाद(
14 फरवरी
1988 से
10 मार्च
1989),
(19)सत्येन्द्र
नारायण
सिन्हा
(11 मार्च
1989 से
6 दिसम्बर
1989),
(14)जगन्नाथ
मिश्रा,( 6 दिसम्बर
1989 से
10 मार्च
1990), (20) लालू प्रसाद यादव(10 मार्च
1990 से
28 मार्च
1995),
राष्ट्रपति
शासन(
28 मार्च
1995 से
4 अप्रैल
1995)ए (20) लालू प्रसाद यादव( 4 अप्रैल 1995 से
25 जुलाई
1997),
(21) राबड़ी
देवी
(25 जुलाई
1997 से
11 फरवरी
1999),
राष्ट्रपति
शासन
( 11 फरवरी
1999 से
9 मार्च
1999)(21)
राबड़ी
देवी
( 9 मार्च
1999 से
2 मार्च
2000),
(22)नीतीश
कुमार
( 3 मार्च
2000 से
10 मार्च
2000),(21)
राबडी
देवी
(11 मार्च
2000 से
6 मार्च
2005
), राष्ट्रपति
शासन
( 7 मार्च
2005 से
24 नम्बर
2005),(22)नीतीश कुमार ( 24 नवम्बर
2005 से
20 मई
2010),(22)
नीतीश
कुमार
20 मई
2010 से
20 मई
2014
), (23)जीतन
राम
मांझी(
20 मई
2014 से
22 फरवरी
2015,
(22)नीतीश
कुमार
( 22 फरवरी
2015 से
19 नवम्बर
2015)। एनडीए को पराजित करने के बाद 20 नवम्बर
को
64 वर्षीय
नीतीश
कुमार
को
शपथ
दिलायी
जाएगी।
आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा, दीघा घाट, पटना।
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