राज्य लोक शिकायत प्राप्ति केन्द्र में आकर दिया आवेदन

सीतामढ़ी जिले के कोट बाजार वार्ड नम्बर 11 से पटना में आये हैं मदन मोहन प्रसाद। सूचना भवन,पटना के परिसर में है राज्य लोक शिकायत प्राप्ति केन्द्र। विभागीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी का कार्यालय,विभाग,श्रम संसाधन विभाग। अन्यय पंजीयन संख्या 999950714071600048 है। परिवाद प्राप्ति की तिथि 14 जुलाई 2016 है। परिवाद की सुनवाई और निवारण की नियत तिथि 22 जुलाई 2016 और समय 11 बजे दिया गया है।

अपनी जंग को जारी रखने को लेकर विभिन्न जगहों में आवेदन देने का सिलसिला शुरू कर दिये। अव्वल सीएम नीतीश कुमार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी,राष्ट्रपति महामहिम प्रणव मुखर्जी आदि के पास आपबीती बयान वाले आवेदन दिये। मदन मोहन प्रसाद ने 5 फरवरी 2016 को प्रधानमंत्री कार्यालय को डाक अनुभाग द्वारा आवेदन प्रेषित किया है। इसमें उल्लेख किया गया है कि मार्च 2009 में श्रम न्यायालय,मुजफ्फरपुर में मुआवजा के लिए वाद किया हुआ है वाद संख्या-03/13 अवलोकनार्थ प्रार्थनीय है।श्रम न्यायालय में 7 साल के बाद भी न्याय नहीं मिल रहा है।वादी प्रमोद रजगढ़िया ने श्रम न्यायालय को अपने प्रभाव से मैनेज कर वाद को लंबित किये हुए है।उक्त संबंध में न्याय प्राप्ति हेतु महामहिम राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु का आदेश मांग चुके हैं,जो कि लंबित है उनके पहल से भी न्याय नहीं मिल पा रहा है।महामहिम राष्ट्रपति के पहल के कारण हरक आई श्रम न्यायालय,मुजफ्फरपुर की कार्रवाई पुनः चालू हो गई जिससे रजगढ़िया की बेचैनी बढ़ गई।श्रम न्यायालय,मुजफ्फरपुर जाने के क्रम रजगढ़िया के गुंडे के द्वारा धमकी दी गयी। 8 जनवरी 2016 को मुख्यमंत्री, पुलिस अधीक्षक,सीतामढ़ी सहित एसडीओ सदर सीतामढ़ी ई जी डी आई बिहार जानमाल की सुरक्षा के बाबत प्रार्थना पत्र सौंपे पटना को भी निबंधित डाक से भेजे परन्तु रजगढ़िया एवं उनके गुर्गे पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी।ऐसा प्रतीत होता हे कि रागढ़िया के द्वारा थाना मैनेज कर लिया गया है क्योंकि सीतामढ़ी थाने के द्वारा वरीय अधिकारी के अग्रसारित आवेदन को कूड़े दान में डाल चुके हैं।
अतः प्रार्थना है कि अति शीघ्र न्याय प्रदान करने की कृपा की जाय ताकि मुझ दिव्यांग का कल्याण हो सके और आर्थिक सहायता दिया जाये जिससे अपना परिवार चला सके। हो गये कर्ज से तथा बच्चों की पढ़ाई के करणों से काफी थक चुका हूं।
आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।
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