Monday 14 March 2016

जौहरियों की हड़ताल जारी

ज्वेलरी हाउस में चार ताला



















संसद में वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि उत्पाद शुल्क वापस नहीं

98 हजार करोड़ रूपये नुकसान 

पटना। बजट में घोषित उत्पाद शुल्क वापस लिये जाने की मांग को लेकर आभूषण व्यापार और इससे जुड़े कारोबारों से संबद्ध 358 से ज्यादा संगठनों के सदस्य दो मार्च से ही हड़ताल पर हैं। आभूषण निर्माता सरकार की ओर से दो लाख रूपये और इससे अधिक के सौदे पर ग्राहकों की ओर से पैन का हवाला देना अनिवार्य किये जाने का भी विरोध कर रहे हैं। जौहरियों ने अनिश्चितकाल हड़ताल की घोषण कर दी है। इस हड़ताल के दौरान देश में अब तक 98 हजार करोड़ रूपये से भी अधिक का नुकसान गया है।
पूर्ववर्ती यूपीए सरकार ने भी जब वर्ष 2012 के बजट में सोना के कारोबार पर सीमा शुल्क बढ़ायी थी। उसके खिलाफ पूरे देश भर के सोना कारोबारियों ने 20 दिन तक बेमियादी हड़ताल पर थी। उनके इस आंदोलन के चलते केन्द्र सरकार को अपने फैसले वापस लेन पड़े थे।

सात हजार करोड़ का प्रतिदिन नुकसानः ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी ट्रेड फेडरेशन (जीजेएफ) के चेयरमैन श्रीधर जीवी ने बताया कि हर दिन देशभर में रत्न एवं आभूषण क्षेत्र को 7,000 करोड़ रूपये से अधिक का नुकसान हो रहा है।  उनका कहना है कि अभी तक कारोबार नुकसान करीब 98 हजार करोड़ रूपये से अधिक पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि भले ही हमें नुकसान हो रहा है। हम एक प्रतिशत का उत्पाद शुल्क लगाने का प्रस्ताव सरकार द्वारा वापस लिये जाने तक हड़ताल जारी रखेंगे। इसका कारण यह है कि इस प्रस्ताव से देश में इंस्पेक्टर राज एक बार फिर वापस लौटेगा। इन 300 से अधिक एसोसिएशनों में तीन लाख से अधिक विनिर्माता,खुदरा विक्रेता,थोक विक्रेता और कारीगर शामिल है, जो हड़ताल में हिस्सा ले रहे हैं।

ज्वेलरी हाउस में चार तालाः राजाबाजार में पाल मार्केट है। यहां आभूषण निर्माता ज्वेलरी हाउस है। दावा है कि 91.6 22 के सोने एवं चांदी के फैंसी आभूषणों के निर्माता व विक्रेता हैं। पाटलिपुत्र सर्राफ संघ के आह्वान पर आभूषण की दुकान में चार ताला जकड़ दिये हैं।

आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना। 

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