Sunday 22 November 2015

ईसाई समुदाय के द्वारा दुआ

विश्वभर में ईश्वरीय विश्वास पर आधारित मानव समाज की स्थापना हो

पटना की सड़कों पर उतरकर राजाओं के राजा के बारे में की जयघोष


पटना। मैं तुम्हें शांति दूँगा, आओ, पूर्ण तुम्हें शांति दूँगा,आओ.......। इसी तर्ज पर 18 तरह के गीत गाएं। माला के पाँच भेद पढ़े। एक हजार नहीं पूरे साढ़े चार हजार की संख्या में ईसाई समुदाय भक्तिपूर्ण और शांतिपूर्ण ढंग से वार्षिक यूख्रीस्तीय यात्रा में शिरकत किए। 
जी हां, आज रविवार के दिन ईसा मसीह के प्रति अपनी भक्ति एवं विश्वास की उद्घोषणा करने ईसाई समुदाय यूख्रीस्तीय यात्रा में शामिल हुए। कुर्जी पल्ली के प्रधान पल्ली पुरोहित फादर जॉनसन केलकत, ये॰स॰ ने कहा कि इस वर्ष की यात्रा का मुख्य शीर्षक ”आज के सामाजिक जीवन में समर्पित जीवन का महत्व “ रहा। 
दोपहर दो बजे से पहले भक्तगण लोयोला हाई स्कूल, कुर्जी के परिसर में इकट्ठा हुए। यहां पर प्रार्थना की गयी। सबसे पहले क्रूसधारी ईसा मसीह को लेकर रंजीत शर्मा चल रहे थे। इनके पीछे काफी संख्या में महिलाएं चल रही थीं। सिस्टरों की संख्या भी अधिक ही थीं। श्रीमती ग्रेसी आल्फ्रेड और श्रीमती बर्नादेत सोरेन के नेतृत्व में सफेद पोशाक पहने बालिकाएँ प्रभु येसु ख्रीस्त की स्तुति में पुष्प बिखेरती चल रहीं। एक लड़की और एक लड़का समय पर आरती करते जा रहे थे। ख्रीस्तीय मान्यताओं के अनुसार ‘रोटी’ के रूप में विराजमान प्रभु येसु को लेकर पटना महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष विलियम डिसूज़ा, ये॰स॰ चले रहे थे। इनके साथ सेवा केन्द्र के निदेशक अमल राज चल रहे थे। दोनों बहुत ही आर्कषित ढंग से सुज्जसित खुली जीप में सवार थे। 
लोयोला हाई स्कूल से निकलकर यात्रा कुर्जी मोड़ से होकर संत माइकल हाई स्कूल, दीघा घाट, के प्राइमरी स्कूल में पहुँची। इस अवसर पर पवित्र धर्मग्रंथ बाइबिल के पाठ पढें गए। इस धार्मिक आयोजन में कुर्जी पल्ली के सहायक पल्ली पुरोहित फादर सुशील साह,ये.स.ने कहा कि वाटिकन में रहने पहले रोम के पोप ने अव्वल 1925 से ही यूख्रीस्तीय यात्रा आरंभ की थी। जो आज 90 साल हो गया। इस अवसर पर उपस्थित हर हर व्यक्तियों का विश्वास सुदृढ़ हो जाता है। ऐसे लोग ईश्वर के अनुभव मंे जीने और सत्य का साक्ष्य देने लगते हैं। मौके पर माता मरियम तथा ईसा मसीह के शिष्यों के जीवन के सुन्दर उदाहरणों का हवाला दिया और कहा कि भक्तजनों को प्रेरणा लेनी चाहिए। प्रेरणा लेकर अन्य लोगों को भी प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्होंने भक्तजनों को आगाह भी किया कि सत्य के पक्षधर बनने से जीवन में अनेकानेक कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ेगा। इसके बाद फादर जौर्ज ठाकुर ने चालीसा में रखे पवित्र परमप्रसाद को लेकर भक्तजनों को आशीष प्रदान किए।  
संत माइकल हाई स्कूल, दीघा घाट, के प्राइमरी स्कूल से निकलकर यूख्रीस्तीय यात्रा ‘प्रेरितों की रानी ईश-मन्दिर’ कुर्जी पल्ली में आकर पवित्र मिस्सा पूजा में तब्दील हो गयी। यहां पर पटना महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष विलियम डिसूजा,ये.स. के नेतृत्व में कई पुरोहितों ने मिलकर पवित्र मिस्सा पूजा अर्पित किए। इस अवसर पर धर्मावलम्बियों के बीच में परमप्रसाद वितरित किया गया। इस तरह संध्याकालीन मिस्सा-पूजा सम्पन्न हो गई। 
पटना के विभिन्न भागों से आकर खीस्तीय विश्वासियों ने गीतों और प्रार्थनाओं के द्वारा यूख्रीस्तीय यात्रा को भक्तिमय एवं शानदार ढंग से सफल बनाया। यह यात्रा पल्ली पुरोहित फादर जॉनसन, ये॰स॰ एवं सहायक पल्ली पुरोहितों-फादर सुशील साह, ये॰स॰,फादर दोमिनिक ज़ेवियऱ, ये॰स॰तथा पल्ली परिषद् के नेत्त्व में आयोजित की गई। स्वयंसेवकों ने भी इस यात्रा की सफलता के लिए अथक परिश्रम किए। यात्रा के अन्तिम चरण में फादर जॉनसन, ये॰स॰ ने धन्यवाद ज्ञापन में संचालक समूह एवं उपस्थित भक्तजनों को धन्यवाद दिया।
उल्लेख्य है कि इस बार संगीन के साये में यूख्रीस्तीय यात्रा करने की जरूरत नहीं पड़ी। कुछ समय के लिए पुलिस लोयोला उच्च विघालय और कुर्जी मोड़ पर ही विराजमान थीं। 

आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट, पटना। 



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