कुर्जी पल्ली के सहायक पल्ली पुरोहित फादर सुशील साह उपदेश देते |
ईसाई समुदाय के द्वारा उपदेशक की हो रही निन्दा
पटना। किसी कागज आदि को गोंद से जोड़ा जाता है। इसी तरह ईसा मसीह हैं, जो संसार के लोगों को जोड़ने का कार्य करते हैं। पवित्र परमप्रसाद में उपस्थित ईसा मसीह को ग्रहण करके लोग एकमय हो जाते हैं। यह कथन कुर्जी पल्ली के सहायक पल्ली पुरोहित फादर सुशील साह का है।
आगे फादर सुशील साह ने कहा कि पश्चिम चम्पारण जिले में है बेतिया। बिहार में आए भयंकर अकाल से बेतिया में रहने वाले लोग तबाह हो गए। तबाही के दंश झेलने वाले धर्म परिवर्तन कर ईसाई धर्म अंगीकार कर लिए। अंग्रेजों के समय ईसाई पुरोहितों का बोलबाला था। अंग्रेजों ने पुरोहितों को जमींदार बना दिया। अंग्रेज पुरोहित लगान वसूली का कार्य किया करते थे। एक तो अकाल और द्वितीय लगान देने का बोझ से ईसाई धर्म अंगीकार करने वाले बढ़ई,बनिया,नाई आदि परेशान होने लगे।
आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।
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