Saturday 5 December 2015

संत माइकल हाई स्कूल का वार्षिक दिवस समारोह-2015

इंटरनेशनल इयर आफ लाइट सेलिब्रेसन

पटना। राजधानी पटना में है संत माइकल हाई स्कूल। इस स्कूल को आयरिश क्रिश्चियन ब्रदरों की मण्डली द्वारा 1858 में स्थापित किया, यह पूर्वी भारत के सबसे पुराने मिशनरी स्कूलों में है। यह पवित्र गंगा नदी के तट पर अवस्थित है। जानने वाली बात है कि इस स्कूल की चहारदीवारी के छोर पर भगवान भास्कर का सूर्य मंदिर स्थित है।

जब आयरिश क्रिश्चियन ब्रदर लोग बिहार को छोड़कर अन्य प्रदेश में जाने लगे तो आयरिश क्रिश्चियन ब्रदरों ने येसु समाजीभाइयों के हवाले 1968 में स्कूल को कर दिए। येसु समाजी अमेरिकी शिकागों प्रांत के थे। उस समय जेसुइट स्कूल संत जेवियर हाई स्कूल भी संचालित था। स्कूल के प्राचार्य फादर गॉर्डन एडमंड मर्फी थे। 1972 से कार्यशील थे। इनका निधन 1988 में हो गया। सीबीएसई को आईसीएसई बोर्ड से बदल दिया। तभी से येसु समाजीभाइयों ने स्कूल को शिखर पर पहुंचा दिया है। अभी लड़का और लड़की साथ-साथ अध्ययन करते हैं।

आज शनिवार को शानदार ढंग से वार्षिकोत्वस संत माइकल हाई स्कूल का मनाया गया। मौके पर संत माइकल में अध्ययनरत राजीव प्रताप सिंह रूडी और विधायक संजीव चौरसिया भी उपस्थित थे। दोनांे बीजेपी के हैं। केन्द्र में राजीव प्रताप सिंह रूडी, राज्य कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री एवं ससंदीय कार्य मंत्री हैं। इनके करकमलों से वार्षिक समारोह का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर विशिष्ट अतितिथ श्रीमती नीलम प्रताप रूडी एवं प्रो0 संजय श्रीवास्तव,निदेशक,निफ्ट,पटना एवं श्रीमती अनुपमा श्रीवास्तव सम्मानित अतिथि के रूप में विराजमान थे।

संत माइकल हाई स्कूल के प्राचार्य फादर पीटर आरोकियासामी,येसु समाजी ने आगत अतिथियों का भावपूर्ण ढंग से स्वागत किया। मौके पर स्कूल के वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस समारोह का उद्देश्य के बारे में फादर प्राचार्य ने कहा कि बच्चों की प्रतिमा को दर्शाना ही नहीं है, अपितु उनकी उपलब्धियों को सम्मानित करना है।

समारोह का आरंभ प्रार्थना नृत्य द्वारा किया गया। इस नृत्य को देखकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो गये। इसके अतिरिक्त समूह-नृत्य,स्किट,‘लाइटिंग द डार्क साइड ऑफ पीपुल्सने दर्शकों के हृदय पर अपनी गहरी छाप छोड़ी। छोटे बच्चों की प्रस्तुति टूर ऑफ द वर्ल्डतथा वरिष्ठ छात्र-छात्राओं द्वारा फ्ूयजन डांसएवं शास्त्रीय संगीतभी दर्शकों को कुर्सी पर चिपककर बैठने को मजबूर कर दिया। हल्की बंूदाबांदी भी दर्शकों को हिला नहीं सका।

सम्मानित अतिथि श्रीमती अनुपमा श्रीवास्तव ने पुरस्कार वितरित किए। इसमें सर्वश्रेष्ठ माइकलाइट पुरस्कार विवेक कौशल (12 वर्ग) को मिला। मो0 सलमान मोजफ्फर (10 डी वर्ग), अभ्युदय कश्चप (5 बी वर्ग) को शतप्रतिशत उपस्थिति पुरस्कार एवं विशिष्ट उपलब्धि जैसे कई पुरस्कार दिए गए। बेस्ट टीचर (2015-2016) सीनियर सेक्रेडरी मैथ्यू लुकस, सेक्रेडरी सुसन रिचर्ड और प्राइमरी जेनी जौर्ज, बेस्ट कैप्टेन करिश्मा दास(12 सी वर्ग), बेस्ट क्रियेटिव ( सर्जनात्मक) स्टूडेंट रिजवान (11 सी वर्ग) और  प्रियांशु (9 सी), बेस्ट एलोकॉसन ( वक्तृता) मो0कामरान सिद्दकी (12 डी वर्ग) और आस्था (9 बी वर्ग), बेस्ट एक्टर ऋषभ ( 5 सी वर्ग) और शंकरशरण मुखर्जी पुरस्कृत हुए।

मौके पर राजीव प्रताप सिंह रूडी, राज्य कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री एवं ससंदीय कार्य मंत्री ने कहा कि संत माइकल हाई स्कूल द्वारा बच्चों को बेहतर से बेहतर निर्माण होने लायक शिक्षा दी जाती है। एक समय था कि आपलोगों की तरह ही हमलोग भी अध्ययन किया करते थे। उन्होंने टीचर-नन टीचरों के साथ बच्चों की कुशल भविष्य की कामना की।

संत माइकल प्राइमरी स्कूल की प्रधानाध्यापिका विशाखा सिन्हा ने संत माइकल परिवार की ओर से आगत अतिथियों का धन्यवाद अर्पित की।

आलोक कुमार

मखदुमपुर बगीचा, दीघा घाट,पटना।

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