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रिंकु देवी और देवी आयी थीं कुर्जी |
दीघा मुसहरी से स्व. नन्की मांझी की विधवा रिंकु देवी और मारूति मांझी की पत्नी सुनीता देवी आयी थीं। कुर्जी मोड़ के निकट इंतजार की। बहुत देर होने के बाद चली गयीं। यहां पर आकर दोनों अपने लापता लक्खी कुमार और बैजू कुमार के बारे में आवेदन देना चाह रही थीं। 20 मई 2015 को 10 बजकर 30 मिनट से रिंकु देवी के पुत्र लक्खी कुमार और सुनीता देवी के पुत्र बैजू कुमार गायब हैं। इस बाबत दीघा थाना में शिकायत दर्ज करवाने गयीं। दीघा थाना की पुलिस ने आवेदन ही नहीं लिया और डांट-फटकार के भगा दिए। तब से पुत्र की आश में तरप रहे हैं।
पटना घाट से दीघा हॉल्ट तक शहीद गाड़ी चलती है। दीघा हॉल्ट पर आकर गाड़ी रूकती है और उस गाड़ी से अनजान व्यक्ति उतरता है। वहाँ पर अनेक बच्चे खेलते हैं। उन्हीं बच्चों में लक्खी और बैजू भी शामिल थे। हमेशा की तरह पटना चलकर दीघा हॉल्ट पर आकर रूकी। यहाँ पर बच्चे खेल रहे थे। एक अज्ञात व्यक्ति गाड़ी पर से उतरा और बच्चों को चॉकलेट खिलाया और अधिक चॉकलेट खिलाने के बहाने बनाकर बच्चों को साथ लेकर चल दिया।
दुर्भाग्य से स्व. नन्की मांझी और रिंकु देवी के पुत्र लक्खी कुमार (4 साल) और मारूति मांझी और सुनीता देवी के पुत्र बैजू कुमार (7 साल) नामक बच्चे चॉकलेट लेने के चक्कर में पड़ गए। वह अनजान व्यक्ति चॉकलेट बच्चों को थमा दिया और दोनों खाने लगे। अनजान व्यक्ति ने और अधिक चॉकलेट खिलाने का बहाना बनाकर बच्चों को साथ लेते चला गया।
लापता बैजू कुमार की माँ सुनीता देवी कहती हैं कि शाम को रद्दी कागज आदि चुनकर आए थे। तभी बताया कि दो बच्चे लापता हो गए हैं। उसमें आपका भी सुपृत्र शामिल हैं। इधर दूसरा लापता लक्खी की माँ रिंकु देवी की सुपुत्र की खोज कर रही थी। नहीं मिलने पर दीघा थाना में सूचना देने गए। क्षेत्र के विकास मित्र सुधीर कुमार मांझी ने दीघा थाना में लिखकर आवेदन पेश किया। दीघा थाना आवेदन लेने को इंकार कर दिया। इसके कारण एफआईआर दर्ज नहीं हुआ। इसके कारण खोजने में दिक्कत हो रही है।इधर माँ-बाप और उधर बच्चे बिलबिला रहे हैं। किसी तरह की सुराग मिलते ही परिजन दौड़ लगाने को बाध्य हो रहे हैं। कुछ बच्चों ने बताया कि राजीव नगर में बच्चों को बांधकर रखा गया है। जबतक लोग पहुँचते बच्चों को अन्यत्र ले लिया गया।
आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा, दीघा घाट,पटना।
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