Saturday 27 February 2016

शादी 3 साल और बच्चे 4

चलो! ‘गोधना’ गोधवा लिये हैं
 3 मर गये और 1 जीर्वित
पटना।यह चार बच्चों की मां है चौसी देवी। गोद में बैठा चौथा पुत्र है। दो माह का है। अभी तक नाम तय नहीं किया गया है। वह उत्तरी मैनपुरा ग्राम पंचायत के एल0सी0टी0घाट में रहती हैं।

उत्तरी मैनपुरा ग्राम पंचायत में है एल0सी0टी0घाट मुसहरी। महादलित मुसहर समुदाय के लोग रहते हैं। यहां के अधिकांश लोग कूड़ों के ढेर पर से रद्दी कागज आदि चुनते हैं। इसको बेचकर जरूरतों की चीजों को खरीदते हैं। भात पर दाल है तो सरकारी नहीं रहने वाले भोजन करते हैं। पोष्ट्रिक आहारों से कोसों दूर रिश्ता नहीं है। दुर्बल शरीर वाली महिलाओं को बच्चा पैदा करना पड़ता है। 

यहां के स्व0 मोती मांझी के पुत्र उमेश मांझी की शादी चौसी देवी के संग हुई है। चौसी देवी का घर दीघा मुसहरी में है। विवाह के 3 साल हुआ है और 4 बच्चे हो गये। 2 लड़का और 1 लड़की मौत हो गयी। चौसी देवी कहती हैं कि जन्म देने के कुछ दिनों के अंदर ही लड़कों की मौत हो गयी। लड़की 1 साल जिंदा रही। उसके बाद परलोक सिधार गयी। अभी 2 माह का लड़का है। उसका नामाकरण नहीं किया गया है। अभी लड़का स्वस्थ दिख रहा है। पूर्व के अनुभव में लड़का का भविष्य अधर में है। इस बच्चे पर चौसी कड़ी नजर रख रही है। उसने लड़का के सिर पर ‘गोधना’ से निशान लगा दी हैं। चलो! ‘गोधना’ गोधवा लिये हैं। तीन बच्चों के मरने के बाद का निशान है।अब नहीं अधिक रोएगा बच्चवा?  इसका मतलब है कि वह मराच है। आसपास के लोगों के द्वारा चौसी को गर्भावधि को विस्तार करने के बारे में बताया जा रहा है। 
बाल्यावस्था में शादी होने के बाद 4 बच्चों की मां चौसी देवी
 3 मर गये और 1 जीर्वित

ए0एन0एम0दीदी की पैनी नजर नहींः स्वास्थ्य विभाग के द्वारा हरेक पंचायत में ए0एन0एम0दीदी बहाल हैं। दीदी की पैनी नजर विशेष तौर पर परेशान महिलाओं की ओर नहीं जाती है। एन0जी0ओ0 वाले केस स्ट्डी बना सकते हैं। विशेष तौर पर नजर रख सकते हैं। चौसी देवी पर एन0जी0ओ0वाले भी पैनी नजर नहीं रख रहे हैं। इसका नतीजा सामने है। बाल विवाही 3 साल में 4 बच्चों को पैदा कर दी है। 3 बच्चे परलोक सिधार गये और 1 जीर्वित है।





आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।

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