राजनंदनी को भी कोदों माता |
पटना। पटना नगर निगम के वार्ड नम्बर-1 में रहते हैं रामजी मांझी। रामजी मांझी और उनकी पत्नी सविया देवी मिजल्स हो गया। दोनों के बाद उनकी पुत्री राजनंदनी को भी कोदों माता हो गयी। सबसे ज्यादा कोदों माता का क्रोध राजनंदनी पड़ा। एक बार कोदों माता चले जाने के बाद फिर से आ गयी। इसका कहर से राजनंदनी परेशान हैं। सर्वाधिक असर चेहरे पर जाकर पड़ा है।
इसे ग्रामीण जनता कोदों माता कहते हैं। कोदों माता भी पूजनीय है। बड़ी चेचक माता,छोटी चेचक माता के बाद कोदों माता आ गयी है। आज भी माली के पास जाते हैं। माली दवा और दुआ देता है। सविया देवी कहती हैं कि माली को 501 रू0देकर कोदों माता को खुश किया गया।
बताते चले कि स्वास्थ्य विभाग ने जन सहयोग के बल पर बड़ी चेचक माता को खात्मा करने पर कामयाब हो गया है। अब यदाकदा छोटी चेचक माता को आते देखा जाता है। 9 से 12 माह तक के बच्चों को मिजल्स का टीका दिलवाया जाता है। जिस बच्चे को टीका दिया गया है उसको मिजल्स हो जाने से कम खतरा है। इस मौसम में किसी की मौत होने की खबर नहीं है। बच्चों को मिजल्स हुआ और चला गया।
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।
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