Thursday 18 February 2016

वह गोसाई टोला स्थित मंदिर में बैठाकर चली गयीं

शक्तिहीन महिला बैठी रहीं

जब लोगों को 48 घंटे के बाद जानकारी मिली तब वह घर आ सकीं
पटना। अब वह शक्तिहीन हो गयी है। खुद चल नहीं सकती हैं। इसके कारण वह गोसाई टोला स्थित मंदिर में बैठी ही रह गयी। किसी महिला ने बैठा दी थीं। घर से बिछड़ जाने के बाद एल0सी0टी0घाट मुसहरी के लोग खोज कर रहे थे। जब लोगों को 48 घंटे के बाद जानकारी मिली तब लोग मंदिर से उठाकर घर लाये। एक बार दशहरा के अवसर पर बिछड़ गयी थी। एक बार पालीगंज चली गयी थीं। कूड़ों के ढेर से रद्दी कागज चुनकर जीविका चलाती थी। अभी भतीजा लोग खाना खिलाते हैं। वह स्नान करना नहीं चाहती हैं। 
आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।

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