हुजूर, लोग बस गये और शौचालय निर्माण ही नहीं हुआ
बनना है 9 सेट शौचालय और बना रहा है 6
पटना।
जिला प्रशासक पूर्ण शक्ति लगाकर दीघा बिन्द टोली को खाली करवाने में सफल हो गया।
वहां पर एप्रोच रोड निर्माण करना था। बारम्बार पूर्व मध्य रेलवे द्वारा सरकार से
कहा जाता रहा कि परियोजना तहत एप्रोच रोड निर्माण में बाधक बने दीघा बिन्द टोली के
लोगों को हटा दें। तब आनन-फानन में अधिकारी मिलजुलकर बिन्द समुदाय को हटाकर कुर्जी
मोड़ के आगे गंगा किनारे बसा दिया।
अधिकारियों
ने कहा कि जमीन का सीमांकनकर विस्थापितों के बीच में 3 डिसमिल जमीन वितरित की जायेगी। 6 फीट
मिट्टी भर देंगे। वह नहीं किया गया। तब स्थानीय लोग पप्पू और थप्पू बंधुओं ने
विस्थापितों की जमीन पर बालू गिराकर भर दिया है। दोनों बंधुओं के प्रति बिन्द
समुदाय आभार व्यक्त कर रहे हैं। यहां पर 12 चापाकल
लगाने का ऐलान किया गया। चापाकल से बालू मिश्रित पानी गिर रहा है। और तो और पानी
से दुगंर्ध भी आता है। कुद देर के बाद पानी पीला हो जाता है। यहां पर 9 जगहों पर शौचालय निर्माण करने की बात कहीं गयी। एक सेट में 5 शौचालय और 2 बाथरूम है। इस
तरह कुल 45 शौचालय और 18 बाथरूम बनना है। 5 जगह शौचालय बन
रहा है और 1 जगह बुनियाद भी नहीं पड़ी है। बस
गड्ढा खोंद तैयार है। यहां पर लोग रहने लगे हैं और शौचालय तैयार ही नहीं है। बिजली
की व्यवस्था कर दी गयी है। बिजली रानी को लोग घर पर लाने लगे हैं। अभी तक आवाजाही
वाले रोड को दुरूस्त नहीं की गयी है। मिट्टी उड़ती है। पुल भी नहीं बना है। लोग
राजेन्द्र पथ से पुल देने की मांग कर रहे हैं।
आलोक
कुमार
मखदुमपुर
बगीचा,दीघा घाट,पटना।
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