Sunday 21 February 2016

कलाकृति के बल पर शोहरत बटोरते चले गये हैं विक्टर फ्रांसिस

पटना। ऐसे कई ईसाई हैं जो अलग से कार्य करना चाहते हैं। उनमें दीघा थानान्तर्गत बालूपर में रहने वाले विक्टर फ्रांसिस भी हैं। विक्टर ने हटकर जीजस प्रोडक्शन्स निर्माण किया हैं। आरंभ में खुद ही वीडियों और टेली फिल्म निर्माण करते थे। इसके साथ गुड फ्राइडे के अवसर पर सफलतापूर्वक 14 मुकाम की जीवंत झांकी प्रस्तुत करते हैं। प्रस्तुति कलाकृति के बल पर शोहरत बटोरते चले गये। विक्टर फ्रांसिस के बढ़ते कदम को रफ्तार देने के उद्देश्य से सिगनीस इंडिया सहयोग करना शुरू कर दिया है। जीजस प्रोडक्शन्स एवं सिगनीस इंडिया ने 24 वीडियों और टेली फिल्म निर्माण करने में सफल रहे हैं। अब टेली फिल्म ‘क्षमादान’ निर्माण कर रहे हैं। यह 25 वीं प्रस्तुति है। 

आज रविवार को हार्टमन बालिका उच्च विघालय में विक्टर फ्रांसिस ने कलाकारों के साथ बैठक की। इस बैठक में पेशेवर और नवान्तुक कलाकारों ने हिस्सा लिये। विक्टर फ्रांसिस ने कहा कि क्षमादान नामक टेली फिल्म बना रहे हैं। ईसाई समुदाय का सात संस्कारों में एक संस्कार पाप-स्वीकार भी है। पाप-स्वीकार संस्कार पर आधारित टेली फिल्म है। यह जिम्मी बुलेट का नया संस्करण है। कथा-पठकथा-संवाद मोनिका जेम्स की है। निर्माता-निर्देशक विक्टर फ्रांसिस हैं। कथा परिकल्पना फादर जी0 पाराकाटिल का है। जीसस प्रोडक्शन्स एवं सिगनीस इंडिया की प्रस्तुति है। इसकी अवधि 45 मिनट की है। शुटिंग प्रारंभ 31 मार्च को 8 बजे से होगी। शुटिंग 1,2 और 3 अप्रैल को भी जारी रहेगी। सभी उपस्थित कलाकारों को दृश्य के बारे में अवगत करवाया गया। फादर जेल में बंद कैदी के पास जाते हैं। लगातार अभ्यागमन करने से बदमाश में सुधार होने लगा। मौके पर वह कैदी पापस्वीकार कर लेता है। इसके बाद प्रभु येसु ख्रीस्त के प्रतिनिधि फादर ने कैदी के तमाम कुकृत्य को क्षमादान दे देता है।

आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा, दीघा घाट,पटना।

No comments: