पटना। केन्द्र और राज्य सरकार के बीच फंसकर रह गये हैं स्वास्थ्यकर्मी। स्वास्थ्य विभाग में 2 बैंक खाता है। 1 खाते में अतिरिक्त स्वास्थ्य केन्द्र कर्मी और दूसरे खाते में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कर्मी हैं। अतिरिक्त स्वास्थ्य केन्द्र में कम ए.एन.एम.और अन्य स्वास्थ्यकर्मी हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में भारी संख्या में ए.एन.एम. और अन्य स्वास्थ्यकर्मी हैं। अतिरिक्त स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत कर्मियों को निरंतर वेतनादि मिल जा रहा है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत कर्मियों को अनियमित वेतनादि मिलता है। इसके कारण तीन माह से वेतनादि बकाया है। केन्द्र सरकार से राशि विमुक्त होती है। जो नियमित विमुक्त नहीं हो पा रही है।
सूबे के स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव को मालूम कि स्वास्थ्यकर्मियों को 3 माह (दिसम्बर,जनवरी और फरवरी) का वेतन नहीं मिल रहा है। इसके कारण स्वास्थ्यकर्मियों के समक्ष परेशानी बढ़ गयी है। जल्द से जल्द 3 माह का वेतन निर्गत करने का आदेश देंगे।
आजकल मंत्री से संतरी तक को मैसेज भेजने पर कार्य शीघ्रता से हो पा रहा है। इसे भी मैसेज सम़झकर वेतन भुगतान करा दें। पहले की तरह हो रहा है लिखता हूं खून से स्याही मत समझना......। मैसेज भेज रहा हूं ट्यूट समझना। आप होशियार मंत्री है खुद समझ लेंगे।
आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।
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