इंसेफ्लाइटिस होने पर ‘कोमा’ में चली गयी |
अर्जुन और रीता की बेटी की सुमन
की पुकार
अंधविश्वासी खेल में झारफूंक भी |
जापानी इंसेफ्लाइटिस /एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम
-यह जापानी इंसेफ्लाइटिस नामक वायरस से होने वाली बीमारी है,
- मच्छरों के काटने से होती है।
- यह वायरस सूअरों और जलपक्षियों से पैदा होता है।
- मुख्य रूप से यह बीमारी धान की पैदावार वाले क्षेत्र और जहां पीने के लिए साफ पानी की कमी है, वहां अधिक फैलती है।
- इस बीमारी की चपेट में अधिकतर बच्चे आते हैं।
- अप्रैल से दिसम्बर के बीच इस बीमारी के मरीज पाए जाते हैं।
= कैसे फैलती है बीमारी
रू- इसके कीटाणु सांस व मुंह से शरीर में प्रवेश करते हैं। जिन जगहों पर गंदगी रहती है, वहां तेजी से यह बीमारी फैलने लगती है।
- इसके साथ ही खाना बनाने में सफाई की कमी, गंदा पानी पीने, खाने से पहले हाथ साफ ना करने से इन्फेक्शन फैलता है और बीमारी फैलती जाती है।
= लक्षण
- शरीर के अंगों में जकड़न, चमकी व ऐंठन होना
- बच्चे का सुस्त होना व बेहोश हो जाना
- शरीर सुन पड़ जाना व कोई हरकत ना होना।
= इस तरह करें बचाव
- पीने के लिए साफ पानी का इस्तेमाल करें
- मच्छरों से बचाव करें। जब सोने के लिए जाएं तो मच्छरदानी का प्रयोग करें।
- अपने आसपास का वातावरण साफ रखें। घर के बाहर अगर उगी झाड़ियां व गंदा पानी जमा है तो उसे तुरंत साफ करें। इनसे मच्छर ज्यादा पनपते हैं।
- पहनने के लिए सूती कपड़ों का इस्तेमाल करें और शरीर को पूरा ढककर रखें।
- बच्चों को धान के खेतों व तालाब के नजदीक खेलने के लिए ना जाने दें।
- खुले मे शौच ना जाएं।
- खाना बनाने और खाने से पहले हाथ जरूर धोएं।
अगर आप सहायता करने चाहते हैं तो आप Account No.7582000100023859 में राशि जमा कर सकते है।
आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।
No comments:
Post a Comment