Sunday 24 April 2016

भरत नाट्यम करके दर्शकों का मन लिया मोह


पटना। आज 23 अप्रैल को संत जौर्ज का पर्व है। केरल में संत जौर्ज का उत्सव को शानदार ढंग से  मनाया जाता है। इस संत के नाम से निर्मित गिरजाघरों में धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम  आयोजित किया जाता है। संत जौर्ज के नामधारक साजू जौर्ज ने बिहार की राजधानी पटना में भरत नाट्यम करके दर्शकों का मन मोह लिया।

पटना धर्मप्रांत के प्रथम धर्माध्यक्ष अनस्तासियुस की 150 वीं पुण्य तिथि 24 अप्रैल को है। इसको  लेकर धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। झारखंड से कार्डिनल तेलेस्फोर पी0 टोप्पो आये थे।इनके नेतृत्व में पवित्र मिस्सा पूजा में महाधर्माध्यक्षों और धर्माध्यक्षों के साथ हजारों की संख्या में भक्तगण भक्तिपूर्ण ढंग से भाग लिये।

केरल निवासी फादर साजू जौर्ज ने भरत नाट्यम में पी0एच0डी0 किये हैं। फादर साजू जौर्ज और उनके टीम के सदस्य मिलकर कोलकाता में कला हृदय नामक संस्था चलाने रहे हैं। कला हृदय नामक संस्था के निर्देशक फादर साजू जौर्ज हैं। निर्देशक फादर साजू जौर्ज की टीम के सदस्यों ने पटना धर्मप्रांत के प्रथम धर्माध्यक्ष अनस्तासियुस हार्टमन की जिदंगी को भरत नाट्यम के नृत्य में प्रस्तुति की। धर्माध्यक्ष अनस्तासियुस हार्टमन की बाल्यावस्था की भूमिका में सत्येन सुर और युवास्था की भूमिका में खुद फादर साजू जौर्ज रहें। येसु समाजी ब्रदर इम्मानुएल मैथ्यू ने पुरोहित की भूमिका निभाएं।फादर सेवास्टियन खालखो, येसु समाजी,  श्यामल माखल, येसु समाजी, सत्य प्रिया रॉय, शेखर  दास, सुश्री नेहा गोम्स, आंकाक्षा मंडल, सुष्मिता बाग, वंदना माखल,  पार्वती हाथी और ग्लोरिया मेघा गोम्स ने सहयोगी की भूमिका में नयना विराम नृत्य किये।

आलोक कुमार

मखदुमपुर बगीचा, दीघा घाट, पटना।








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