7 माह में कछुआ चाल चलकर बना केवल 15 शौचालय और 10 स्नानालय
अब 1 ही चापाकल का सहारा
शौचालय |
रेलवे परियोजना से विस्थापित हैंः पूर्व मध्य रेलवे परियोजना से विस्थापित होकर बिन्द टोली ,दीघा से आये हैं बिन्द समुदाय के लोग। सरकार ने 14 जगहों पर शौचालय निर्माण करने का फैसला किया। मगर 5 जगहों पर ही शौचालय निर्माण है। एक जगह में 3 शौचालय और 2 स्नानालय निर्माण किया गया है। अब शौचालय को न्यू लूक दिया जा रहा है।
स्नानालय |
एक व्यक्ति एक बाल्टी पानी लेकर जाएंगेः शौचक्रिया करने जाते समय एक व्यक्ति एक बाल्टी पानी लेकर जाएगा। मलद्वार साफ करने के बाद पानी से शौच स्थल की भी सफाई करेंगे। ऐसा करने से आसानी से शौचालय साफ रहेगा और दूसरे लोग व्यवहार कर सकेंगे। अगर शौचालय साफ नहीं किया गया तो लिंक फेल हो जाएगा। अन्य लोग व्यवहार करना बंद कर देंगे।
चापाकल |
महिलाओं को फायदाः अब महिलाओं को मल त्याग करने के लिए उदयीमान भगवान भास्कर और अस्तांचलगामी भगवान दिवाकर पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। अब किसी भी वक्त मल त्याग कर सकती हैं। अब जो गांवघर में शौचालय बन गया है। इसको लेकर महिलाओं के बीच में हर्ष व्याप्त है।
आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।
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