Thursday 29 September 2016

2012 के आकड़ा के अनुसार 1 करोड़ 70 लाख लोग ह्नदय रोग से पीड़ित




पटना। आज विश्व ह्नदय दिवस है। इस अवसर पर महावीर वात्सल्य अस्पताल के परिसर में स्थित महावीर ह्नदय अस्पताल के ह्नदय रोग विशेषज्ञ डाक्टर अशोक कुमार ने कहा है कि वर्ष 2000 से 29 सितम्बर को विश्व ह्नदय दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर महावीर वात्सल्य अस्पताल में निःशुल्क ह्नदय परीक्षण शिविर आयोजित किया गया। सैकड़ों लोगों की जांच की गयी। पंजीयन करने के बाद अव्वल डाक्टर आर.एन.प्रसाद जांच किये। इसके बाद ह्नदय रोग विशेषज्ञ डाक्टर अशोक कुमार ने जांच किये। शिविर के दौरान पंजीकृत रोगियों का मधुमेह, लिपिड प्रोफाईल तथा ई.सी.जी., ईको, टी.एम.टी. की जाँच निःशुल्क की गयी। 

महावीर ह्नदय अस्पताल द्वारा आयोजित निःशुल्क ह्नदय परीक्षण शिविर का उद्घाटन माननीय पटना उच्च न्यायालय के अवकाश प्राप्त न्यायमूर्ति एन. पाण्डेय,महावीर मंदिर न्यास समिति,पटना के सचिव किशोर कुणाल,महावीर वात्सल्य अस्पताल के अपर निदेशक एम.डब्लू.ए. अंजुम ने मिलकर दीप जलाकर किया। 

इस अवसर पर अपने उद्घाटन भाषण में महावीर मंदिर न्यास समिति,पटना के सचिव किशोर कुणाल ने कहा कि बड़े लम्बे समय में ह्नदय अस्पताल स्थापित करने की हमारी साध पूरी हो गयी है। मुझे बताते हुए हर्ष हो रहा है कि महावीर ह्नदय अस्पताल पूरी तरह से कार्य कर रहा है। डाक्टर अशोक कुमार ,विभागाध्यक्ष हैं जो अपने कार्य में दक्ष हैं। उनके द्वारा स्टेंट लगाना,पेसमेकर लगाना तथा ह्नदय के अन्य जांच एवं गंभीर मरीजों की चिकित्सा की जाती है। आने वाले समय में इस अस्पताल से ह्नदय रोग से पीड़ि’त अधिक से अधिक जरूरतमंद मरीजों को लाभ पहुंचेगा।उन्होंने इस अवसर पर कहा कि ह्नदय रोग आज पूरे भारत हेतु एक गंभीर समस्या है। मधुमेह के मामले में तो भारत विश्व की राजधानी बन गयी है। ह्नदय रोग की जटिलता भ्ज्ञी अनेक प्रकार की है। उन्होंने कहा कि महावीर मंदिर न्यास समिति ने इस क्षेत्र में ह्नदय रोग निवारण के लिए विश्व के आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित ह्नदय अस्पताल स्थापित कर परोपकार के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है। उन्होंने यह भी कहा कि निकट भविष्य में इस अस्पताल में कार्डियोथोरेसिक सर्जरी की व्यवस्था की जायेगी कि विशेषकर नवजात शिशुओं जो जन्मजात ह्नदय विकृति से ग्रसित होते हैं उन्हें समय रहते समुचित चिकित्सा उपलब्ध हो सके।

मौके पर ह्नदय रोग विशेषज्ञ डाक्टर अशोक कुमार ने कहा कि वर्ष 2012 के आकड़ा के अनुसार 1 करोड़ 70 लाख लोग ह्नदय रोग से पीड़ित हैं। इसके बाद कैंसर लोग से 80 लाख लोग परेशान हैं। श्वसन और मधुमेह से ही हलकान हैं। इस साल का थीम ‘ पावर टू योर लाइफ’है। उन्होंने कहा कि ह्नदय रोग को मोडिफाइड और नन मोडिफाइड में विभक्त किया जा सकता है। लोगों की उम्र, सेक्स,वंशावली आदि को नियंत्रित नहीं कर सकते हैं। हां, जन जागरण के बल पर ह्नदय रोग को 80 प्रतिशत कम कर सकते हैं। लोगों को ब्लड प्रेशर, सुगर,धूम्रपान और तनाव से बचना होगा। आगे कहा किसी व्यक्ति को ह्नदय में किसी भी प्रकार का दर्द, सांस लेने में कठिनाई या गर्दन में ऐंठन महसूस हो अथवा चक्कर जैसा महसूस हो तो उसे किसी भी प्रकार से नजरादांज नहीं करना चाहिए। फौरन ही निकटवर्ती ह्नदय रोग विशेषज्ञ अथवा अस्पताल से सर्म्पक करना चाहिए। ऐसी परिस्थिति में 5 मिनट की देर भी घातक सिद्ध हो सकती है। 

न्यायमूर्ति पी.के. सिन्हा ने परोपकार के लिए महावीर मंदिर न्यास समिति द्वारा पांच अस्पताल स्थापित करने के लिए आचार्य किशोर कुणाल की भूरि -भूमि प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल के खुलने के बाद बिहार में पैसे के कारण हार्ट के हर मरीज का इलाज संभव हो सकेगा। 

इस अवसर पर अवकाश प्राप्त न्यायाधीश एन.पाण्डेय, डाक्टर एस. सी. मिश्रा, अस्पताल के निदेशक प्रसिद्ध हड्डी रोग विशेषज्ञ डाक्टर एस.एस.झा, न्यायमूर्ति पी.के.सिन्हा,डाक्टर एस.पी.श्रीवास्तव, आर.बी.पी.यादव आदि उपस्थित थे। इसके पूर्व अस्पताल के निदेशक प्रसिद्ध हड्डी रोग विशेषज्ञ डाक्टर एस.एस.झा ने आगत लोगों का स्वागत और अस्पताल के अपर निदेशक एम.डब्लू.ए. अंजुम ने धन्यवाद दिया।
आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।

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