महादलितों को खुले आकाश के नीचे रहने को बाध्य कर दिया
भूमि हड़पने वाले व्यक्ति पर कागर कार्रवाई हो
पटना। एक ही झटके में खुले आसमान के नीचे आ गये। कई दशक से महादलित मुसहर समुदाय के लोग रोड पर रहते थे। इनका खुद का आशियाना था। गैर मजरूआ भूमि पर तिनका-तिनका जोड़जोड़ झोपड़ी बनाये थे। किसी दबंग व्यक्ति ने भूमि पर जबरन कब्जा कर लिया। तब से ही कदमकुआं थानान्तर्गत बुद्ध मूर्ति के पास रहने लगे। यहां पर रहकर दबंग व्यक्ति के खिलाफ कोर्ट में मामला दर्ज किया जो मामला विचाराधीन है। हाड़ कपाने वाली ठंड में महादलितों को निमर्म तरीके से बेघर कर दिया। वह भी विश्व मानवाधिकार दिवस के अवसर पर। इस पर खुद संज्ञान राज्य मानवाधिकार आयोग को लेना चाहिए।
असंवेदनशील पटना नगर निगम के अधिकारियों के खिलाफ मानवाधिकार उलंघन का मामला दर्ज हो। इनकी सीधी कार्रवाई करने से सीधे 50 गरीब परिवार के लोग खुले आकाश में अ गये हैं। और तो और घरों को भी ध्वस्त कर दिया था। इसके कारण समान नुकसान भी हुआ।
राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष से आग्रह है कि महादलित समुदाय के लोगों की जमीन हड़पने वाले दबंग व्यक्ति पर कार्रवाई करें। यह मामला कोर्ट में है। पैरवी करके फैसला दिलवा दें। वहीं सामाजिक कार्यकर्ता पंकज श्वेताभ से आग्रह है कि केस स्ट्डी तैयार करके मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष को सुपुर्द करें और लोगो को गोलबंद कर न्याय दिलवाये।
आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।
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