Wednesday 22 March 2017

छनौनी को छानकर टेस्ट करने गरमागरम पेश किया



खाने में टेस्ट में बेस्ट लगा

पटना। सरकार अनाज खरीदती है किसानों से । खरीदी कीमत से कम कीमत पर सरकार आपुर्ति करती है जन वितरण प्रणाली की दुकान में ।बीपीएल कार्डधारियों को सरकार सब्सिडी में चावल और गेहूं उपलब्ध करवाती है। चावल  3 और गेहूं 2 में मिलता है। इस तरह की रियायत अनाज का दुरूपयोग करने की खबर है।
चावल खरीद अनाज मंडी में बेच देते हैं । अरवा चावल प्रति किलो 15 में बेचते हैं । इसके बदले उसना चावल प्रति किलो 30 खरीदकर खाते हैं ।
दूसरी ओर अरवा चावल को खाने वाले ने कहावत चरितार्थ किया है। आम तो गुठली का दाम वसूल लेना। इन महिलाओं ने चावल को लाकर चुनचान किया । चलनी से चावल को छाना। चावल के टूटन खुद्दी को जमा किए । इसके बाद खुद्दी को भात की तरह पकाया। खुब पकने के बाद पेस्ट तैयार किए । इसमें गरम मशाला का पावडर डालें। इच्छानुसार स्वाद होने के छनौनी पारने लगे। आकर्षित दिखने के रंग डाले। 3 से 4 घंटे तक छनौनी पर नजर नहीं लगें। इसका ख्याल रखी हैं बांसकोठी की दलित महिलाओं ने। छनौनी के बीच में लाल मिर्च डाल दिए हैं ।
दिल और बात मिलने के बाद छनौनी को छानकर टेस्ट करने गरमागरम पेश किया गया । खाने में टेस्ट में बेस्ट लगा।

आलोक कुमार

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